बुनियादी शिक्षा के दायरे को वृहत करने की जरुरत : नीतीश

 पटना
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुनियादी शिक्षा के दायरे को वृहत करने की जरुरत पर बल देते हुए आज कहा कि बुनियादी शिक्षा का उद्देश्य शिक्षा के साथ-साथ रोजगार की उपलब्धता कराना भी है।

कुमार ने यहां विकास प्रबंधन संस्थान सोसायटी की छठी बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी सरकार बुनियादी शिक्षा के पुर्नस्थापन के लिए लगातार कार्य कर रही है। वर्तमान संदर्भ में शिक्षा में तकनीक के प्रयोग के महत्व को समझते हुए उस पर भी काम करना होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बुनियादी शिक्षा की पुनर्कल्पना परियोजना का काम भितिहरवा में बेहतर ढंग से किया जा रहा है। उन्होंने “बांका उन्नयन कार्यक्रम” का जिक्र करते हुये कहा कि बुनियादी शिक्षा की पुनर्कल्पना परियोजना पर काम कर रही टीम को इस कार्यक्रम का अवलोकन करना चाहिये तथा इसकी जरूरी चीजों को अपनाना चाहिये। इससे बच्चे तकनीक का प्रयोग सीखेंगे और अध्ययन में उनकी रुचि भी बढ़ेगी। बुनियादी शिक्षा के दायरे को विस्तृत करने की जरुरत है। इसमें अब आठवें वर्ग तक के बच्चों को पढ़ाने की व्यवस्था करनी चाहिए। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि जीविका समूह के माध्यम से महिलाएं सशक्त हुई हैं और कई क्षेत्रों में अपनी भूमिका निभा रही हैं। स्वच्छता के लिए भी वे बेहतर ढंग से काम कर रही हैं। नालंदा जिले के सिलाव के पास एक पंचायत में जीविका समूह की महिलाएं जिस तरह से काम कर रही हैं उसका भी इस टीम को अध्ययन करने की जरुरत है। जीविका समूह की जरुरी चीजों को आत्मसात करने एवं काम करने के विभिन्न तरीकों का आदान प्रदान करने से लोग नई-नई चीजें जान पाएंगे।

इससे पूर्व बैठक में विकास प्रबंधन संस्थान के निदेशक हेमंत राव ने कार्यकलापों एवं प्रगति से संबंधित विस्तारपूर्वक जानकारी दी। संस्थान के परिसर को वर्ल्ड क्लास बनाने संबंधी एक मॉडल का प्रस्तुतीकरण भी दिया गया और बताया गया कि यह भवन जल्द ही बनकर तैयार हो जाएगा। बुनियादी शिक्षा की पुनर्कल्पना परियोजना, भितिहरवा से संबंधित विस्तृत प्रस्तुतीकरण में अदिति ठाकुर ने परियोजना के उद्देश्य के बारे विस्तारपूर्वक जानकारी दी। इसमें बुनियादी शिक्षा में आज की आवश्यकता के अनुरुप पाठ्यक्रम को शामिल करना, शिक्षकों को बुनियादी शिक्षा की ओर उन्मुख करना, बच्चों के माता-पिता तथा स्थानीय समुदाय को बुनियादी शिक्षा की ओर जागृत एवं प्रेरित करना और शिक्षाविदों एवं शिक्षा प्रशासकों का एक नेटवर्क विकसित करना है।

बैठक में मुख्यमंत्री के परामशीर् अंजनी कुमार सिंह, पूर्व मुख्य सचिव तथा विकास प्रंबधन संस्थान के बोर्ड ऑफ गवनेर्ंस के चेयरमैन अनूप मुखजीर्, मुख्य सचिव दीपक कुमार, अपर मुख्य सचिव (शिक्षा) आर०के० महाजन, अपर मुख्य सचिव (सहकारिता) अतुल प्रसाद, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह सहित विकास प्रबंधन संस्थान से जुड़े अन्य फैकल्टी मेंबर एवं अधिकारी उपस्थित थे।

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