बीमार था बच्चा, ‘रॉबिनहुड’ बना IPS, रुकी ट्रेन

मुंबई
मुंबई के चेंबूर इलाके में रहने वाली एक महिला के लिए रेलवे और देश के कुछ अन्य अफसरों ने मानवता की एक अनोखी मिसाल पेश की। मुंबई की रहने वाली नेहा कुमारी नाम की इस महिला ने अपने बीमार बच्चे के लिए कैमल मिल्क की मांग की थी।

ये मामला जब पीएमओ तक पहुंचा तो सोशल मीडिया पर मौजूद राजस्थान निवासी आईपीएस अधिकारी अरुण बोथरा ने खुद महिला की मदद करने का अभियान शुरू किया। खास बात ये कि महिला तक कैमल मिल्क तय समय पर पहुंचे, इसके लिए राजस्थान के एक स्टेशन पर ट्रेन रोककर दूध का इंतजाम कराया गया और फिर इसे साढ़े 850 किमी दूर मुंबई पहुंचाया गया।

दरअसल, 4 अप्रैल को चेंबूर की रहने वाली नेहा ने ट्विटर पर पीएम नरेंद्र मोदी और पीएमओ को ट्वीट करते हुए कहा था कि उनका साढ़े तीन साल का बेटा ऑटिज्म और एलर्जी से जूझ रहा है। वह सिर्फ कैमल मिल्क और थोड़ी सी दाल के सहारे ही जीवित रह पाता है और लॉकडाउन की स्थितियों में कैमल मिल्क मिलना असंभव हो गया है। महिला ने कहा कि उसके पास मौजूद कैमल मिल्क अगले कुछ दिनों में खत्म हो जाएगा और बच्चे के लिए इसकी बहुत जरूरत है।

राजस्थान के रहने वाले आईपीएस ने शुरू की मुहिम
ये मेसेज कुछ देर में ही ट्विटर के दर्जनों यूजर्स ने री-ट्वीट किया और कुछ ने आईपीएस अरुण बोथरा को भी इससे जोड़ दिया। अरुण मूल रूप से राजस्थान के रहने वाले हैं, इसलिए उन्होंने नेहा से संपर्क किया और उनकी बात सुनी। कुछ वक्त बाद अरुण ने ही राजस्थान के कुछ रेलवे अधिकारियों को इसकी जानकारी दी और पूछा कि किस तरह राजस्थान से मुंबई तक कैमल मिल्क को पहुंचाया जा सकता है।

अजमेर के पास स्टेशन पर रुट बदलकर पहुंची ट्रेन
अरुण के इस मेसेज पर नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे के चीफ पैसेंजर ट्रैफिक मैनेजर तरुण जैन ने अजमेर के अपने अधिकारियों से कैमल मिल्क का बंदोबस्त करने को कहा। अधिकारियों ने कैमल मिल्क का इंतजाम तो करा दिया, लेकिन यह भी कहा कि दूध को लेने के लिए किसी को अजमेर के पास के फालना स्टेशन तक जाना होगा। मुश्किल ये थी कि फालना स्टेशन रेलवे की किसी ट्रेन के रूट का हिस्सा नहीं था। हालांकि रेलवे ने इस बाधा को दूर कर दिया और लुधियाना से बांद्रा जा रही एक पार्सल यान ट्रेन विशेष रूप से फालना पहुंची। यहां पर सप्लायर ने 20 किलो कैमल मिल्क पाउडर और 20 लीटर कैमल मिल्क ट्रेन में चढ़वा दिया और फिर गाड़ी मुंबई रवाना हो गई।

9 अप्रैल को मुंबई पहुंची ट्रेन
9 अप्रैल को ये स्पेशल ट्रेन मुंबई के बांद्रा स्टेशन पर पहुंची, जिसके बाद नेहा के परिवार के लोगों ने इसे बांद्रा स्टेशन से रिसीव कर लिया। नेहा ने इस खास मदद के लिए रेलवे के कई अफसरों और आईपीएस अरुण बोथरा को धन्यवाद दिया और ये भी कहा कि लॉकडाउन की ऐसी स्थितियों में अफसरों ने उनकी मदद करके मानवता की मिसाल पेश की है।

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