बीजेपी पूर्व विधायक को नोटिस जारी कर घिरा प्रशासन, समाजवादी नेता ने उठाए सवाल
भोपाल
राजधानी में गुमठी एवं हाथ ठेला संचालकों की समर्थन में मुख्यमंत्री, मंत्री समेत अफसरों के घरों का घेराव करने पर पूर्व विधायक सुरेन्द्र नाथ सिंह को 23 लाख की वसूली नोटिस का प्रस्ताव बनाकर भोपाल आईजी समाजवादी नेता रघु ठाकुर के निशाने पर आ गए हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा है कि आंदोलन की व्यवस्था के नाम पर खर्च वसूली का नोटिस पूर्ण असंवैधानि, गैरकानूनी और अलोकतांत्रिक है। कानून व्यवस्था बनाने की जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होती है। इसी दायित्व के निर्वहन के लिए पुलिस आईजी को लाखों रुपए की तनख्वाह जनधन से ही दी जाती है।
ठाकुर ने लिखा कि 'वे सुरेन्द्रनाथ की माँगों के बारे में राय नहीं दे रहे हैं, लेकिन लोकतंत्र में आंदोलन करने वालों को नोटिस जारी कर क्या भोपाल पुलिस सिविल नाफरमानी के अधिकार को ही छीनना चाहती है। सरकार भले ही कांग्रेस की हो परन्तु यह सोचना चाहिए कि ऐसी परम्पराएं न शुरू करें जो कल उनके लिए भी फंदा बनें और लोकतांत्रिक अधिकारों के खिलाफ हो। उन्होंने कहा कि वे इसका विरोध करेंगे और ऐसे तुगलकी फरमान जारी करने के विरोध के हर कदम का समर्थन करूंगा। उन्होंने मुख्यमंत्री कमलनाथ से अपील की है कि वे स्वत: इसे निरस्त करने की घोषणा कर अपनी लोकतांत्रिक प्रतिबद्धता सिद्ध करें। रघु ठाकुर ने कहा कि भोपाल पुलिस व प्रशासन ने पिछले माह में सुरेन्द्रनाथ को फुटपाथ वालों का हीरो बना दिया है। पता नहीं यह पुलिस व प्रशासन की नादानी है या सुनियोजित योजना पर परिणाम यही है।