बिहार में कोरोना का खौफ, सरकार ने 31 मार्च तक के लिए लॉकडाउन की घोषणा की

पटना 
बिहार सरकार ने कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के चलते पूरे बिहार में लॉकडाउन की घोषणा कर दी है। बिहार सरकार ने एपीडेमिक डिजीज एक्ट 1897 की धारा 2 में प्रदत्त अधिकार के तहत आवश्यक सेवाओं को छोड़कर निजी प्रतिष्ठान, निजी कार्यालय और सार्वजनिक परिवहन सेवाओं को पूरी तरह बंद करने की घोषणा की है।

मुख्यमंत्री कार्यालय से जारी आदेश के अनुसार सभी जिला मुख्यालय, अनुमंडल और ब्लॉक स्तर पर लॉकडाउन किया गया है। हालांकि अनिवार्य सेवाएं जारी रहेंगी। साथ ही लॉकडाउन से दवा की दुकान, राशन की दुकान, डेयरी, पेट्रोल पंप को अलग रखा गया है। बैंक, पोस्ट ऑफिस, एटीएम और मीडिया कार्यालय भी लॉकडाउन के दौरान खुले रहेंगे।

इससे पहले राजधानी पटना में कोरोना से पीड़ित एक व्यक्ति की मौत से हड़कंप मचा हुआ है। पटना एम्स में कोरोना से पहली मौत शनिवार देर रात हुई। पटना एम्स में भर्ती मुंगेर के चुरम्बा गांव निवासी युवक सैफ अली (38 वर्ष) ने शनिवार को दम तोड़ा। वह कतर से किडनी का इलाज कराकर 13 मार्च को लौटा था। एम्स निदेशक डॉ प्रभात कुमार सिंह ने बताया कि किडनी फेल होने की शिकायत पर उसे भर्ती कराया गया था। बाद में कोरोना की जांच की गई, जिसमें पॉजीटिव पाया गया।

एम्स में ही भर्ती  महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव
पटना एम्स में ही भर्ती एक अन्य महिला की रिपोर्ट पॉजीटिव आई है। यह महिला स्कॉटलैंड से पटना आई थी। बिहार के स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने भी इसकी पुष्टि कर दी है। इस वायरस से संक्रमित होकर सबसे कम उम्र में मौत का देश में यह पहला मामला है।

129 सैंपल की जांच,  इसमें दो में कोरोना वायरस की पुष्टि
युवक की मौत के बाद मुंगेर में उसके परिवार को आइसोलेट कर दिया गया है। मेडिकल टीम चुरम्बा गांव पहुंचकर उसके साथ ही अन्य लोगों की जांच कर रही है। बिहार के आरएमआरएई स्थित जांच केंद्र में रविवार दोपहर तक 129 सैंपल की जांच हुई है। इसमें दो में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है। अभी 41 सैंपल की जांच चल रही है।

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