बाबा रामदेव ने येचुरी से पूछा- कम्युनिस्ट शासन के कत्ल को अत्याचार कह पाएंगे?

 
नई दिल्ली 
महाभारत और रामायण को लेकर दिए गए माकपा महासचिव सीताराम येचुरी के बयान की योग गुरु स्वामी रामदेव ने निंदा की है. बाबा रामदेव ने येचुरी से पूछा कि कम्युनिस्टों, ईसाइयों व मुगलों के शासन में जो निर्दोष लोगों के कत्ल किए गए, उसे हिंसा व अत्याचार कहने का साहस येचुरी कर पाएंगे.

सीताराम येचुरी ने बयान दिया था कि रामायण और महाभारत भी लड़ाई और हिंसा से भरी हुई थीं, लेकिन एक प्रचारक के तौर आप सिर्फ महाकाव्य के तौर पर उसे बताते हैं, उसके बाद भी दावा करते हैं कि हिंदू हिंसक नहीं है. येचुरी ने रामायण और महाभारत का हवाला देते हुए कहा था कि फिर किसी एक धर्म को हिंसा से जोड़ने का क्या तर्क है.

येचुरी के इसी बयान पर उनकी आलोचना हो रही है. अब योग गुरु बाबा रामदेव ने भी येचुरी के खिलाफ खुलकर बोला है. बाबा रामदेव ने ट्वीट कर लिखा है कि कम्युनिस्टों, ईसाइयों व मुगलों ने अपने राज्य विस्तार के लिए न्याय व कानून के नाम पर 50 करोड़ निर्दोष लोगों का कत्ल किया, क्या सीताराम येचुरी इसको अत्याचार व हिंसा कहने का साहस कर पाएंगे?
  
चुनावों के दौरान एक बार फिर हिंसा करने वालों के धर्म को बहस छिड़ गई है. इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दावा किया था कि हजारों साल के इतिहास में हिंदू आतंकवाद की कोई घटना नहीं है. यहां तक कि अंग्रेज इतिहासकारों ने भी ऐसा नहीं लिखा है, लेकिन कांग्रेस ने हिंदू आतंकवाद का दाग लगाने का काम किया है.

इसी कड़ी में सीताराम येचुरी ने कहा है कि रामायण और महाभारत की लड़ाई हिंसा से भरी हुई थी. ऐसे में किसी एक धर्म को हिंसा से जोड़ने का क्या तर्क है. येचुरी के इसी बयान पर अब बाबा रामदेव ने पलटवार किया है और उन्हें कम्यूनिस्टों व मुगल काल के कत्ल-ए आम की याद दिलाई है.

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