बागी तेज प्रताप के ससुर का प्रचार कर रहे तेजस्वी

सारण
लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी घमासान के बीच बिहार में आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव के परिवार में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। एक तरफ जहां तेज प्रताप अपने ससुर और सारण से आरजेडी प्रत्याशी चंद्रिका राय का विरोध कर रहे हैं, वहीं गुरुवार को तेजस्वी यादव ने उनके पक्ष में चुनाव प्रचार किया।

दरअसल, सारण की सीट यादव परिवार का पारंपरिक सीट है। लालू प्रसाद यादव ने सबसे पहले राजनीतिक करियर की शुरुआत यहीं से की थी। तीन बार वह इस सीट से चुने गए। इस बार इसी सीट पर ऐसे समय पर तेज प्रताप यादव के ससुर चंद्रिका राय चुनावी मैदान में हैं, जब तलाक के मुद्दे को लेकर रिश्तों में थोड़ी खटास बनी हुई है।
 
    लोकसभा चुनाव का लगभग आधा सफर पूरा हो चुका है। सात में से चार चरणों का मतदान पूरा हो गया है। यूं तो पूरा चुनाव ही बेहद अहम है लेकिन चौथे चरण में कई दिलचस्प मुकाबले होने हैं। एक ओर जहां बॉलिवुड में शानदार पारी खेल चुकीं अदाकारा उर्मिला मातोंडकर राजनीतिक पारी की शुरुआत कांग्रेस के टिकट पर मुंबई नॉर्थ से कर रही हैं, वहीं देश में छात्र आंदोलन का चेहरा बने जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार बिहार के बेगूसराय में बीजेपी के गिरिराज सिंह को टक्कर दे रहे हैं। चौथे चरण में 9 राज्यों की 72 सीटों पर वोट डाले जा चुके हैं। लोकसभा चुनाव इस बार 7 चरणों में पूरे होंगे और 23 मई को परिणाम आएगा। एक नजर चौथे चरण की इन हॉट सीट्स पर–

   
सारण में चुनाव प्रचार के दौरान तेजस्वी यादव ने इसे पिता की कर्मभूमि बताते हुए अपने भाषण की शुरुआत की थी। उन्होंने चुनावी भाषण में कहा, 'यह मेरे पिता की कर्मभूमि है। छपरा हमारे लिए काफी स्पेशल है। मेरे पिता या मेरा परिवार आज जहां भी है, उसमें आप सभी लोगों का योगदान है।'

यादव परिवार के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई
दरअसल, तेजस्वी यादव के लिए सारण सीट पर जीत इसलिए भी प्रतिष्ठा का विषय है क्योंकि उनकी मां और सूबे की पूर्व सीएम राबड़ी देवी 2014 में यहां बीजेपी प्रत्याशी राजीव प्रताप रूड़ी से हार गई थीं। यही वजह है कि इस सीट पर तेजस्वी लगातार चुनाव प्रचार कर रहे हैं। यही नहीं गुरुवार को तेजस्वी यहां महागठबंधन से जुड़े अन्य नेताओं का जमावड़ा कर भी इस सीट पर चंद्रिका राय की दावेदारी को मजबूत करने की कोशिश करते दिखे।

सारण की लड़ाई बेहद दिलचस्प
सारण में लड़ाई काफी दिलचस्प है। यादव और राजपूत बहुल इस सीट पर 2014 में राजीव प्रताप रूडी ने जीत दर्ज की थी। ऐसे में बीजेपी जहां एक तरफ इस सीट को बचाने के लिए पूरा जोर लगा रही है, वहीं परिवार की प्रतिष्ठा के लिए तेजस्वी इस सीट पर जान झोंक रहे हैं। हालांकि स्थानीय लोगों ने यह भी चर्चा है कि आरजेडी ने चंद्रिका राय को यहां से उतारा है, उसके पीछे मुख्य मकसद तेज प्रताप और उनकी बेटी ऐश्वर्या की शादी को बचाना भी है।

तेजस्वी से खफा हैं तेज प्रताप
बता दें कि तेज प्रताप ने पत्नी ऐश्वर्या पर कई सारे आरोप लगाते हुए एक फैमिली कोर्ट में तलाक की अर्जी दी है। चुनावों के ठीक पहले तेज प्रताप के इस कदम के कारण लालू यादव के परिवार को भीतर भी लड़ाई लड़नी पड़ रही है। पिछले दिनों तेज प्रताप ने बागी तेवर अपनाते हुए अपने दो पसंदीदा कैंडिडेट्स को टिकट नहीं मिलने पर तेजस्वी यादव पर कड़ी टिप्पणी भी की थी।

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