बस्तर से मौजूदा विधायक तो कांकेर से कांग्रेस ने कृषक को दिया सांसद का टिकट..

रायपुर 
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस कमेटी ने चित्रकूट के मौजूदा विधायक दीपक बैज पर विश्वास जताते हुए संसदीय क्षेत्र क्रमांक 10 के लिए उम्मीदवार बनाया है. बता दें कि दीपक बैज चित्रकूट विधानसभा क्षेत्र से दो बार विधायक रह चुके हैं. केंद्रीय कांग्रेस कमेटी की बैठक के बाद छत्तीसगढ़ की 5 सीटों के लिए प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर दिया गया है. इसमें लोकसभा क्षेत्र क्रमांक 10 बस्तर के लिए विधायक दीपक बैज और लोकसभा क्षेत्र क्रमांक 11 कांकेर के लिए वीरेश ठाकुर पर अंतिम मुहर लगाई गई है.

आगामी 18 मार्च सोमवार से नामांकन की प्रक्रिया शुरू होने जा रही है. वहीं 23 मार्च को नाम वापसी की आखिरी तारीख है. इस बीच कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी दीपक बैज और वीरेश ठाकुर नामांकन भर सकते हैं. दीपक बैज को टिकट मिलने से कांग्रेस में अंतर कलह भी देखने को मिल सकती है, क्योंकि संसदीय क्षेत्र क्रमांक 10 के लिए दर्जनभर से ज्यादा कार्यकर्ता लाइन में खड़े थे. इसमें मंत्री कवासी लखमा के पुत्र हरीश कवासी, स्वर्गीय महेंद्र कर्मा के बड़े पुत्र छविंद्र कर्मा, पूर्व मंत्री शंकर सोढ़ी, बस्तर जिला ग्रामीण के अध्यक्ष राजमन बेंजाम, युवा नेता सूरज कश्यप समेत कई नेता टिकट की मांग कर रहे थे.

वहीं इन सबके बीच कांग्रेस ने बस्तर से मौजूदा विधायक दीपक बैज को ही संसदीय क्षेत्र क्रमांक 10 का उम्मीदवार घोषित कर दिया. वर्ष 2014 में संसदीय क्षेत्र क्रमांक 10 के लिए 8 प्रत्याशियों ने अपनी किस्मत आजमाई थी. बीजेपी ने दिनेश कश्यप को तो कांग्रेस ने स्व. महेंद्र कर्मा के पुत्र दीपक कर्मा को टिकट दिया था, जिसमें दिनेश कश्यप ने जीत हासिल की थी.

प्रमुख दलों के प्रत्याशियों के अलावा 6 अन्य प्रत्याशी अर्जुन सिंह ठाकुर, मनोज बघेल, शंकर राम ठाकुर, विमला सोरी, सोनी सोरी, देवचंद ध्रुव चुनाव मैदान में थे. दीपक बैज पहली बार 2013 में चित्रकूट विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुनकर आए थे. उन्हें सबसे कम उम्र के विधायक होने का खिताब भी हासिल है.

वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के दीपक बैज ने शानदार प्रदर्शन करते हुए पुनः जीत हासिल की. वहीं टाटा प्रभावितों को जमीन वापसी मामले में दीपक की अहम भूमिका रही है. वहीं कांकेर सीट के अधिकृति प्रत्याशी वीरेश पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ने जा रहे हैं. वे भानुप्रतापपुर से जिला पंचायत सदस्य हैं. सन् 1995 से लेकर अब तक वे कभी पंचायती राज चुनाव नहीं लड़े हैं. वे दो बार भानुप्रतापपुर जनपद पंचायत के अध्यक्ष भी रह चुके हैं.

मूलतः कोरर के रहने वाले वीरेश ठाकुर कृषक हैं. वर्ष 2014 में कांकेर सीट से 10 प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे, जिनमें फूलोदेवी नेताम, विक्रम उसेंडी, रामसाय कोर्राम, मालिक राम ठाकुर, महेंद्र गावड़े, हेमलाल मरकाम, अमल सोरी, जमुना मांडवी, रमेश गावड़े और संतोष कुमार ध्रुव मैदान में थे. इस चुनाव में बीजेपी के विक्रम उसेंडी ने जीत हासिल की थी.

बहरहाल, कांग्रेस के इन दोनों प्रत्याशियों के खिलाफ बीजेपी किसे टिकट देगी, देखना दिलचस्प होगा. क्योंकि बीजेपी में भी टिकट की चाह रखने वाले नेताओं की सूची लंबी है. सोमवार 18 मार्च से नामांकन की प्रक्रिया शुरू होने जा रही है. चुनाव के लिए महज 24 दिन ही शेष रह गए हैं. लिहाजा, दोनों ही पार्टियों के प्रत्याशियों की घोषणा के साथ ही प्रचार प्रसार शुरू हो जाएगा.

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