बदले की आग में जल रहा पाकिस्तान, इन सीमावर्ती जिलों को दे सकता है टेंशन

 
नई दिल्ली 

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा आतंकी हमले की जवाबी कार्रवाई में भारत ने पाकिस्तान की सीमा में घुसकर जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी कैंपों को तबाह कर दिया है. भारतीय वायुसेना की इस कार्रवाई के जवाब में पाकिस्तान ने चेतावनी दी है कि उसका जवाब चौंकाने वाला और अलग तरीके का होगा. पाकिस्तान की इस धमकी के मद्देनजर पंजाब ने अपने 6 सीमाई जिलों में हाई अलर्ट जारी कर दिया है, तो वहीं गुजरात के भी सीमाई इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. पंजाब और गुजरात के अलावा राजस्थान की सीमाएं भी पाकिस्तान से लगती हैं. इसके साथ नियंत्रण रेखा से सटे जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में जिला प्रशासन ने स्कूल बंद करने के आदेश दिए हैं और परिक्षाएं स्थगित कर दी हैं.  

पाकिस्तान की सीमा से लगने वाले चार राज्य पंजाब, राजस्थान और गुजरात के कुल 13 जिलों के अलावा जम्मू-कश्मीर के अधिकतर जिलों में पाकिस्तान की सेना की तरफ से की गई किसी भी जवाबी कार्रवाई का असर पड़ सकता है. सुरक्षा विशेषज्ञों की मानें तो पाकिस्तान जवाबी कार्रवाई में पारंपरिक युद्ध नहीं लड़ेगा लेकिन अपने मुल्क की आवाम को दिखाने के लिए सीमा पार से मोर्टार और आर्टिलरी शेलिंग कर सकता है.

पंजाब
पाकिस्तान पर वायुसेना की जवाबी कार्रवाई के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री ने उच्च स्तरीय बैठक बुलाई और ऐहतियातन कदम उठाने के आदेश दिए गए. एक आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि घबराने की जरूरत नहीं है और न ही सीमाई इलाकों से लोगों को खाली कराया जाएगा. हालांकि पंजाब के 6 जिलों-फिरोजपुर, तरण तारण, अमृतसर, गुरदासपुर, पठानकोट, फाजिल्का- को हाई अलर्ट पर रखा गया है. इसके अलावा मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह स्वयं पठानकोट से लेकर फिरोजपुर तक सीमाई इलाकों का दौरा करेंगे. पंजाब के सीमाई जिलों अधिकारियों से कहा गया है कि वे नागरिकों की सुरक्षा एवं संरक्षा सुनिश्चित करने की सभी आकस्मिक योजनाएं तैयार रखें. बता दें कि पांजाब की 553 किलोमीटर की सीमा पाकिस्तान से सटी है. वहीं राज्य के 6 जिलों के 135 गांव ऐसे हैं जो सीमा से लगे हुए हैं.

गुजरात
भारतीय एयर स्ट्राइक के बाद अब गुजरात की जल, थल और वायु तीनों सेनाओं को अलर्ट किया गया है. पाकिस्तान से गुजरात की समुद्री और जमीनी सीमा सटे होने की वजह से गुजरात बॉर्डर पर भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है. बॉर्डर पर सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट किया गया है तो वहीं पोरबंदर में कोस्ट गार्ड ने भी मछुआरों के लिए अलर्ट जारी किया है. गुजरात की 1000 किलोमीटर की सीमा के 3 जिले-कच्छ, बनासकांठा और पाटन की सीमाएं पाकिस्तान से लगती हैं. इससे पहले मंगलवार को कच्छ के अबडासा में भारतीय वायुसेना के रडार सेंटर के पास एक पाकिस्तानी ड्रोन को गिरा दिया गया. इसके साथ ही आंतकी हमले की आशंका के चलते द्वारिका और सोमनाथ मंदिर की सुरक्षा बढ़ा दी गई. दोनों ही मंदिर समुंद्र के किनारे हैं और पाकिस्तान की जल सीमा के काफी नजदीक हैं.

राजस्थान
1965 में राजस्थान का रण भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध का मुख्य केंद्र था. लेकिन इस मोर्चे पर पाकिस्तान को मिले मुंहतोड़ जवाब के बाद यह सीमा लगभग शांत रही. हालांकि साल 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई की आशंका में यहां के भी जिलों में ऐहतियातन अलर्ट जारी किया गया था. लेकिन इस बार राजस्थान को लेकर किसी भी तरह का अलर्ट जारी नहीं किया गया है. राजस्थान की 1000 किलोमीटर की सीमा पाकिस्तान से लगती है जिसमें चार जिले-बीकानेर, जैसलमेर, बाड़मेर और श्रीगंगानगर शामिल हैं.

जम्मू-कश्मीर
भारत-पाकिस्तान के बीच आजादी के बाद से जारी तनाव की सबसे बड़ी वजह कश्मीर है. लिहाजा दोनों देशों के बीच तनाव का सबसे ज्यादा असर इसी राज्य पर पड़ता है. फिर चाहे नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम का उल्लंघन हो या फिर पाक समर्थित आतंकवाद, इसका सबसे ज्यादा दंश जम्मू-कश्मीर ने ही झेला है. नियंत्रण रेखा से सटे जिले-पुंछ, राजौरी, कठुआ, रामबन, बारामुला के इलाकों से अक्सर पाकिस्तान की तरफ से गोलाबारी की खबरें आती हैं. वहीं जब तनाव बढ़ जाता है तो ऐहतियातन सीमावर्ती इलाके खाली भी कराए जाते हैं और लोगों को सुरक्षित बंकरों में भेजा जाता है.

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