फीमेल प्राइवेट पार्ट से इस रंग का हो डिस्चार्ज तो हो जाएं सावधान

 

वजाइनल डिस्चार्ज होना आम बात है, खासकर सेक्स के दौरान। यह डिस्चार्ज फीमेल प्राइवेट पार्ट (वजाइना) को सूखापन, खुजली और इंफेक्शन से बचाता है, लेकिन कई बार यह डिस्चार्ज नॉर्मल या यूं कहें कि हेल्दी नहीं होता। किस तरह के डिस्चार्ज का क्या मतलब है और किस स्थिति में डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए, आइए जानते हैं:

क्या होता है वजाइनल डिस्चार्ज?
सबसे पहले तो यह जानने की जरूरत है कि वजाइनल डिस्चार्ज होता है क्या है। यह एक तरल पदार्थ होता है जोकि वजाइना और सर्विक्स में स्थित ग्रंथियों से रिलीज होता है। यह डिस्चार्ज शरीर से मृत कोशिकाओं (dead cells) और बैक्टीरिया को बाहर निकालने में मदद करता है। साथ ही यह फीमेल प्राइवेट पार्ट को इंफेक्शन से भी सुरक्षित रखता है।

5 तरह का वजाइनल डिस्चार्ज
यूनिटीपॉइंट हेल्थ की डॉक्टर जस्टिन बरिस के मुताबिक, वजाइनल डिस्चार्ज 5 तरह का होता है:
गाढ़ा और सफेद रंग का
येलो रंग का डिस्चार्ज
ब्राउन रंग का डिस्चार्ज
ग्रीन रंग का डिस्चार्ज
यीस्ट इंफेक्शन डिस्चार्ज

गाढ़ा और सफेद रंग का डिस्चार्ज: अगर महिला के प्राइवेट पार्ट से गाढ़ा और सफेद रंग का डिस्चार्ज हो तो यह नॉर्मल और हेल्दी डिस्चार्ज होता है, लेकिन अगर साथ में खुचली, जलन या इरिटेशन हो तो फिर डॉक्टर से संपर्क करें क्योंकि यह यीस्ट इंफेक्शन हो सकता है।

येलो रंग का डिस्चार्ज: अगर डिस्चार्ज का रंग पीला हो तो संभल जाएं क्योंकि यह बैक्टीरियल या फिर सेक्शुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्शन की निशानी हो सकता है।

ब्राउन रंग का डिस्चार्ज: इस तरह का डिस्चार्ज आमतौर पर अनियमित पीरियड्स के वक्त होता है। लेकिन सामान्य दिनों में भी अगर ब्राउन रंग का वजाइनल डिस्चार्ज हो तो फिर यह यूटरस या सर्वाइकल कैंसर का संकेत हो सकता है।

हरे रंग का वजाइनल डिस्चार्ज: यह बैक्टीरियल इंफेक्शन या फिर सेक्शुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्शन की निशानी है। ऐसा डिस्चार्ज होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

यीस्ट इंफेक्शन डिस्चार्ज: अगर डिस्चार्ज गाढ़ा और सफेद रंग का व पनीर जैसा हो और साथ में रेडनेस, जलन और खुजली हो तो फिर समझ लें कि यीस्ट इंफेक्शन हो सकता है।

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