प्ले स्कूल की तर्ज पर विकसित होंगे मध्‍य प्रदेश के आंगनवाड़ी केंद्र

भोपाल
सरकारी स्कूलों में प्री-नर्सरी खोलने की जगह अब प्रदेश की करीब 97 हजार आंगनवाड़ियों को प्ले स्कूल की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। इसके लिए महिला एवं बाल विकास व स्कूल शिक्षा विभाग मिलकर कार्य करेंगे। ऐसा इसलिए किया जा रहा है, क्योंकि आंगनवाड़ी केंद्रों में पहले से ही बच्चों से जुड़ी जरूरी सुविधाएं मौजूद हैं। विभाग ने पायलट प्रोजेक्ट के रूप में नौ जिलों में इसकी शुरुआत भी कर दी है।

इनकी सफलता देखते हुए ही विभाग ने यह निर्णय लिया है। हाल ही में कटनी कलेक्टर ने अपनी बेटी का एडमिशन भी आंगनवाड़ी केंद्र में करवाया है। पायलट प्रोजेक्ट में धार, सीहोर, मंडला, छतरपुर, सागर, पन्‍ना, रीवा, सतना व कटनी जिले के चार से पांच आंगनवाड़ी केंद्रों को प्ले स्कूल की तरह बनाया गया है। भोपाल जिले के 1872 आंगनवाड़ी केंद्रों को भी प्री-नर्सरी स्कूल की तरह विकसित किया जाएगा। इसकी शुरुआत भी हो गई है।

महिला एवं बाल विकास विभाग प्ले स्कूल में आने वाले 3 से 6 वर्ष तक के बच्चों के लिए अलग से सिलेबस तैयार करवा रहा है, ताकि बच्चों का पांच तरह का विकास हो सके। इसके तहत बच्चों का शारीरिक, भाषायी, संज्ञानात्मक, सौंदर्य बोध और सामाजिक विकास किया जाएगा।

विभाग आंगनवाड़ी केंद्रों में बच्चों के मानसिक व शारीरिक विकास के लिए इंडोर व आउटडोर गेम्स की भी व्यवस्था कर रहा है। केंद्रों को प्ले स्कूल की तरह सजाया जाएगा। बच्चों को आकर्षित करने वाली रंगीन दीवारें होंगी। इन पर ज्ञानवर्धक पेंटिंग होगी। दीवारों पर वर्णमाला के अक्षर, अंग्रेजी वर्णमाला के लेटर के साथ कार्टून कैरेक्टर, पक्षी, फल, सब्जी, जानवरों के नाम सहित चित्रण होगा।

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