प्रियदर्शिनी के लिए सिंधिया की ‘हां’ का इंतजार, बड़े नेता कर रहे अशोक की लॉबिंग

ग्वालियर
ग्वालियर लोकसभा सीट के लिए कांग्रेस की केंद्रीय छानबीन समिति के सामने दो नाम प्रमुख रूप से सामने आये हैं जिनमें प्रियदर्शिनी राजे सिंधिया और प्रदेश उपाध्यक्ष अशोक सिंह के नाम शामिल हैं।  सिंधिया समर्थक नेता चाहते हैं कि प्रियदर्शिनी राजे सिंधिया या खुद सिंधिया ग्वालियर से चुनाव लड़ें उधर प्रियदर्शिनी का नाम सामने आने के बाद से पूरी कांग्रेस अशोक सिंह के नाम को आगे बढ़ाने में जुट गई है।  

प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से पूरी कांग्रेस में एक जोश सा भर गया है। अब वो मध्यप्रदेश की 29 लोकसभा सीट में अधिक सीट पर परचम लहराने की रणनीति बनाने में जुट गई है। पार्टी के रणनीतिकार जीतने वाले उम्मीदवारों को चुनाव लड़ाना चाहते हैं। ग्वालियर लोकसभा सीट की बात की जाए तो यहां दो नाम चर्चा में प्रमुख हैं। एक है सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया की पत्नी प्रियदर्शिनी राजे का और दूसरा नाम है प्रदेश उपाध्यक्ष अशोक सिंह का । सिंधिया समर्थक नेता प्रियदर्शिनी राजे को ग्वालियर से टिकट दिलवाना चाहते हैं, इन नेताओं ने तो सांसद सिंधिया से भी निवेदन किया है कि वे ग्वालियर सीट से चुनाव लड़े और प्रियदर्शिनी राजे को गुना से चुनाव लड़ाएं | सिंधिया समर्थकों का मानना है कि यदि ऐसा होता है तो दोनों सीटों पर कांग्रेस जीत का इतिहास बनाएगी। हालांकि सिंधिया ने अभी प्रियदर्शिनी या उनके ग्वालियर से चुनाव लड़ने पर किसी तरह की सहमति नहीं दी है। गौरतलब है कि पार्टी सांसद सिंधिया को एक बार फिर गुना सीट से ही चुनाव लड़वाना चाहती है और सिंधिया ने अपना  प्रचार अभियान भी अपने संसदीय क्षेत्र में शुरु कर दिया है ।

उधर, प्रियदर्शिनी राजे का नाम चर्चा में आने के बाद सिंधिया विरोधी खेमा सक्रिय हो गया है। ये खेमा किसी भी हालत में नहीं चाहता कि सिंधिया और मजबूत हो जाएं। क्योंकि यदि प्रियदर्शिनी  ग्वालियर से चुनाव लड़ी तो जीत की संभावना बढ़ जाएगी और उनकी जीत के बाद सिंधिया की वजनदारी और बढ़ जाएगी। इसलिए इस खेमे के नेताओं ने अशोक सिंह के नाम को आगे बढ़ाना शुरु कर दिया है ।

सूत्रों के मुताबिक अशोक सिंह के नाम के लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व लेती प्रतिपक्ष अजय सिंह और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लॉबिंग कर रहे हैं, भरोसेमंद सूत्रों के अनुसार इन सभी नेताओँ ने राहुल गांधी को अपनी पसंद बता दी है और कहा है कि अशोक सिंह के साथ पूरी कांग्रेस है। बताया ये भी जा रहा है कि राहुल गाँधी भी अशोक सिंह के नाम पर सहमत हैं। दिल्ली से जुड़े कांग्रेस सूत्र ये भी बताते हैं कि अपने विरोधी खेमे को एक्टिव देख कर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ग्वालियर सीट के पैनल में ग्वालियर ग्रामीण कांग्रेस जिला अध्यक्ष मोहन सिंह राठौर, प्रदेश सचिव सुनील शर्मा, नगर निगम के पूर्व नेता प्रतिपक्ष और प्रदेश के खाद्य मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर के बड़े भाई देवेंद्र सिंह तोमर का नाम भी जुड़वा दिया है, जिससे यदि प्रियदर्शिनी राजे के नाम पर सहमति नहीं बनती है तो अशोक सिंह का नाम अकेला नहीं रह जाए और ऑप्शन में इन नेताओं के नाम भी रहें । सूत्र तो ये भी बताते हैं कि सिंधिया ने ग्वालियर जिले के एक विधायक को छोड़कर सभी कांग्रेस विधायकों से अशोक सिंह कस विरोध में पत्र भी लिखवा लिए हैं।  कुछ बहरहाल ग्वालियर सीट के लिए अभी कांग्रेस प्रत्याशी का नाम तय नहीं कर पाई है लेकिन खेमे में बंटी कांग्रेस के नेताओं के बीच नूराकुश्ती जरूर शुरु हो गई है, देखना ये होगा कि प्रत्याशी घोषित होने के बाद ये नूराकुश्ती परिणामों पर क्या असर दिखाती है। 

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