प्रशासन और डॉक्टरों में ठनी, स्वास्थय सेवाएं ठप, थाने में जोरदार हुआ हंगामा

ग्वालियर
शहर के डॉक्टर्स अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। जिसके चलते अभी से स्वास्थ्य सेवाएं ठप हो गई है। डॉक्टर्स का आरोप है कि प्रशासन ने बिना किसी सुबूत के एक महिला डॉक्टर को करीब 10 घंटे पुलिस थाने में बैठाए रखा। इन्डियन मेडिकल। एसोसियेशन ने साफ़ कहा है कि जब तक गलत कार्रवाई करने वाली डिप्टी कलेक्टर को निलंबित नहीं किया जाता तब तक हड़ताल वापस नहीं ली जाएगी।

दरअसल मामला जयारोग्य अस्पताल समूह में गायनिक की असिस्टेंट प्रोफ़ेसर डॉ.प्रतिभा गर्ग से जुड़ा है। जानकारी के अनुसार जिला प्रशासन की शिकायत मिली थी डॉ.प्रतिभा गर्ग अपने पति डॉ. प्रवीण गर्ग के प्रयास नर्सिंग होम पर अवैध रूप से ऍबोर्शन कराती है। कार्रवाई के लिए जिला प्रशासन ने एक संयुक्त टीम गठित की और डॉ.प्रतिभा गर्ग को ट्रेस करने के योजना बनाई। इसके लिए डिप्टी कलेक्टर दीपशिखा भगत मरीज बनकर डॉ.प्रतिभा गर्ग के पास पहुंची। सूत्र बताते हैं कि उन्होंने खुद के ऍबोर्शन को लेकर डॉ.प्रतिभा से बात की और इसे रिकॉर्ड कर लिया। बातचीत रिकॉर्ड करते ही सिग्नल मिलते ही प्रशासन की टीम ने डॉ.प्रतिभा गर्ग को अपने कब्जे में ले लिया और पुलिस की मदद से विश्व विद्यालय थाणे भिजवा दिया। लेकिन यहाँ उनके खिलाफ कोई fir नहीं कराई।

डॉ. प्रतिभा गर्ग पर कार्रवाई की खबर मिलते ही शहर के डॉक्टर्स विश्व विद्यालय थाने पर पहुंचना शुरू हो गए । इसमें इंडियन मेडिकल एसोसियेशन, मेडिकल टीचर्स एसोसियेशन  सहित  मेडिकल प्रोफेशन से जुड़े सभी एसोसियेशन के डॉ पुलिस थाने पहुँच गए। डॉक्टर्स ने पुलिस से डॉक्टर प्रतिभा को बिना fir के थाने में बैठाए रखने पर सवाल उठाये । पुलिस ने कहा कि हमें प्रशासन ने डॉ प्रतिभा को सौंपा है। इसलिए हमने बैठाया है । धीरे धीरे डॉक्टर्स का दबाव और आक्रोश बढ़ता गया । उसके बाद कई घंटों की जद्दोजेहद के बाद जब पुलिस और प्रशासन डॉक्टर्स को डॉ.प्रतिभा गर्ग के खिलाफ कोई सुबूत नहीं दिखा पाए तो फिर पुलिस ने डॉ.प्रतिभा गर्ग को छोड़ दिया लेकिन तब तक करीब 10 घंटे हो चुके थे। डॉ. प्रतिभा गर्ग को छुड़ाने के बाद सभी डॉक्टर्स एसोसियेशन के पदाधिकारी मेडिकल कॉलेज पहुंचे और प्रशासन की कार्रवाई के खिलाफ हड़ताल पर जाने का फैसला ले लिया। इन्डियन मेडिकल  एसोसियेशन की ग्वालियर इकाई के अध्यक्ष डॉ नीरज शर्मा ने एमपी ब्रेकिंग न्यूज़ को हड़ताल पर जाने के फैसले की जानकारी देते हुए कहा कि जब तक डिप्टी कलेक्टर दीपशिखा भगत के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई नहीं की जाती तब तक शहर की सभी स्वास्थ्य सेवाएं ठप रहेंगे। इस पूरे घटनाक्रम के बाद जिला प्रशासन की तरफ से कोई भी कुछ बताने से बच रहा है ।

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