प्रदेशमें एडवाइजरी जारी, 5 हजार डॉक्टरों को दी जा रही ट्रेनिंग

भोपाल.

देश में जानलेवा कोरोना वायरस की वजह से हड़कंप मचा हुआ है. वहीं कोरोना वायरस पर मध्य प्रदेश सरकार पूरी तरह से अलर्ट मोड पर आ गई है. राज्य सरकार ने कोरोना से बचने के लिए एडवाइजरी जारी की है, जिसमें कहा गया है कि कोरोना संक्रमण वायरस संक्रमित व्यक्ति के सम्पर्क में आने से फैलता है. इससे बचाव के लिए संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाएं और सर्दी, खांसी और बुखार आने पर तुरंत डाक्टर को दिखाएं.

कोरोना वायरस पर अलर्ट मोड में सरकार

कोरोना वायरस को लेकर मध्यप्रदेश सरकार केन्द्र सरकार के साथ लगातार सम्पर्क में है. अभी तक प्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमित कोई भी मरीज नहीं मिला है. सरकार के मुताबिक अभी तक 14 सैम्पल जांच के लिये पुणे लैब भेजे गए थे, जिनमें से 13 सैम्पल की रिपोर्ट निगेटिव आयी है और एक रिपोर्ट आना बाकी है.

विदेश से आए 420 लोग

स्वास्थ्य विभाग की मॉनिटरिंग में ये बात सामने आई है कि अभी तक प्रदेश में 420 लोग दूसरे देशों से आये हैं, जिनमें से 319 लोगों को 28 दिन ऑब्जर्वेशन में रखने के बाद सार्वजनिक जगहों पर जाने की अनुमति दे दी गई है, जबकि 67 लोग अभी होम आइसोलेशन में हैं. इनमें से किसी भी व्यक्ति में कोरोना वायरस का संक्रमण नहीं पाया गया है. सभी लोग सुरक्षा की मद्देनजर होम आइसोलेशन में रखे गए थे.

5 हजार डॉक्टरों और कर्मचारियों को दी ट्रेनिंग

लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अधिकारियों ने ढाई सौ से अधिक केंद्रों पर सैटेलाइट के माध्यम से ट्रेनिंग कार्यक्रम में हिस्सा लिया और पांच हजार डॉक्टर और कर्मचारियों को कोरोना वायरस से बचने की ट्रेनिंग दी. विशेषज्ञों ने बताया कि कोरोना वायरस से डरने की नहीं बल्कि सावधानी बरतने की जरूरत है. लोगों को सतर्क करें. सर्दी खासी बुखार के मरीजों को अलग रखें और तुरन्त अस्पताल में भर्ती कराएं. उन्होंने कहा कि प्रदेश के 350 केन्द्रों पर वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से विशेष प्रशिक्षण दिया गया है.

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