पूर्व CM दिग्विजय ने कहा लोकसभा चुनाव भले ही में हार गया हूं लेकिन मैं राजधानी की सेवा करूंगा
भोपाल
लोकसभा चुनाव भले ही में हार गया हूं लेकिन मैं हारने के बाद भी यहां की सेवा करूंगा और इसके लिए मैंने राधोगढ़ की मतदाता सूची से अपना नाम कटवा लिया और इसको मैं भोपाल में जुड़वा रहा हूं। यह बात पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने आज संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कही। उन्होंने कहा कि यहां की जनता ने भले ही मुझको हरा दिया लेकिन मैंने चुनाव से पहले अपने वचन पत्र में विजन भोपाल की जो बात कही थी उस पर अमल करने के लिए मैं आगे आ गया हूं।
पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने कहा कि मैंने पहले ही कहा था में जीतू या हारूं, भोपाल संसदीय क्षेत्र के लिए काम करुंगा। दिग्विजय सिंह ने कहा कि मैंने भोपाल लोकसभा वोटर लिस्ट में नाम शामिल करने के लिए आवेदन दे दिया है। 2021 का मास्टर प्लान सितंबर तक तैयार हो जाएगा। उन्होंने कहा कि भोपाल की सबसे बड़ी समस्या ओल्ड सिटी में ट्रैफिक जाम की है। 4 हजार बेड का अस्पताल बनने से ओल्ड सिटी में ट्रैफिक जाम और ज्यादा बढ़ेगा। वे बोले- जनप्रतिनिधियों से बात करके किसी भी समस्या का निराकरण आसानी से किया जा सकता है। भोपाल में एयर कार्गों हब के साथ लॉजिस्टिक कार्गो हब भी बनना चाहिए। अभी केंद्र ने लॉजिस्टिक कार्गो हब का ड्राफ्ट तैयार किया है। हम उसका अध्ययन कर रहे हैं।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मोहल्ला क्लीनिक खोले जाने को लेकर मैं प्रभारी मंत्री का आभारी हूं, भोपाल से मोहल्ला क्लीनिक पायलट प्रोजेक्ट की शुरूआत होगी। भोपाल की शान बड़े तालाब को बचाने के ड्राफ्ट तैयार किया जायेगा। पहले ड्राफ्ट एक्ट आॅनलाइन लाना चाहिए, पब्लिक हीयरिंग होनी चाहिए, फिर किसी भी विधेयक को विधानसभा में लाना चाहिए। भोपाल शहर के लिए अर्बन डेवलपमें अथॉरिटी होनी चाहिए, बरखेड़ा नाथू में सरकार ने जो 50 एकड़ जमीन दी है वहां पर विभिन्न खेलों के लिए स्टेडियम बनाया जाएगा। कलाकारों की वजह से सिटी डेवलप होगी। सूरत के कोचिंग सेंटर में हुए घटना से सबक लेकर बदलाव किया जाएगा। पूर्व सीएम ने कहा कि अभी कोचिंग सेंटर्स पर 18 प्रतिशत जीएसटी लगता है। लेकिन केंद्र सरकार ने बेरोजगारी जो देश की सबसे बड़ी समस्या है उस पर बजट में कुछ नहीं किया। उन्होंने कहा कि जब कोटा और इंदौर एजुकेशन हब बन सकता है तो भोपाल क्यों नहीं। भोपाल को भी एजुकेशन हब बनाया जाएगा।