पूर्व सीएम अजीत जोगी को बताया फर्जी आदिवासी, इस समाज ने किया निष्कासित

बिलासपुर
बिलासपुर (Bilaspur) के मरवाही (Marvahi) क्षेत्र के कंवर समाज के पदाधिकारियों ने पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी (Ex CM Ajit Jogi) को अपने समाज से निष्कासित कर दिया है. जोगी के फर्जी आदिवासी (Fake Adivasi) होने का हवाला देकर समाज ने उन्हे निष्कासित (Expelled)कर दिया है. शनिवार को समाज की एक बैठक में ये बड़ा फैसला लिया गया. समाज से जुड़े लोगों का कहना है कि कुछ लोग लालट में आकर समाज से जुड़ रहे है और बदनाम कर रहे हैं. सामाजिक पदाधिकारियों का कहना है कि समाज की साख और गरिमा को बचाने के लिए ये फैसला लिया गया है. इसके साथ ही ये भी ऐलान किया गया है कि अगर समाज का कोई भी व्यक्ति अजीत जोगी से रिश्ता रखेगा, उसे भी निष्कासित कर दिया जाएगा.

दरअसल, कंवर समाज के पदाधिकारी और सम्मानित लोगों ने शुक्रवार को बेलपत गांव में सामाजिक बैठक का आयोजन किया. बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री अजीत प्रमोद जोगी को फर्जी आदिवासी होने का हवाला देते हुए समाज से निष्कासित कर दिया गया. समाज के बैठक की अध्यक्षता जोगीसार गांव के कंंवर समाज अध्यक्ष धीरपाल सिंह कंवर ने की. इस दौरान कंवर समाज के सातगढ़ी के अध्यक्ष धनसिंह कंवर विशेष रूप से मौजूद थे. बेलपत गांव स्थित मंदिर प्रांगण में कंवर समाज पेन्ड्रा जमीदारी की बैठक हुई. हाईपावर कमेटी द्वारा अजीत प्रमोद कुमार जोगी के जाति प्रमाणपत्र को निरस्त करने के बाद  कंवर समाज के सम्मानित लोगों ने कहा कि कुछ चुनिंदा लोग लालच में आकर कंवर समाज को बदनाम कर रहे हैं. समाज की गरिमा को ताक पर रख दिए है. ऐसे लोगों की पहचान कर उन पर भी निष्कासन का निर्णय लिया जाए जो लोग जोगी को कंवर समाज का बताए है.

बैठक की अध्यक्षता कर रहे धीरपाल सिंह ने बताया कि अब अजीत जोगी की जाति पर फैसला भी आ चुका है. इसलिए पेन्ड्रा जमीदारी के ईकाई  जोगीसार क्षेत्र के अन्तर्गत बेलपत, डुगरा, उमरखोही, करगी, छटौली और जोगीसार का कंवर समाज अजीत प्रमोद कुमार जोगी को सामूहिक फैसला लेते हुए समाज से निष्कासित करता है. धीरपाल सिंह ने बताया कि अजीत प्रमोद जोगी के साथ आज के बाद कंवर समाज का जो भी व्यक्ति रिश्ता रखेगा. उसे भी समाज से निष्कासित किया जाएगा. वहीं सातगढ़ी कंवर समाज के अध्यक्ष धनसिंह कंवर ने बताया कि बैठक में समाज के वरिष्ठ जनों ने जोगी को समाज से निष्कासन का फैसला सामुहिक रूप से लिया है. समाज के लोगों ने बताया कि जोगी फर्जी आदिवासी हैं. अब कानून ने भी फैसला कर दिया है. उन्होने समाज को धोखा दिया है. जोगी के निष्कासन के बाद यदि कंवर समाज का व्यक्ति अजीत जोगी से भाईचारे का रिश्ता रखता है तो उसके खिलाफ बहिष्कार की कार्रवाई होगी.

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