पूर्वांचल में मानसून से पहले वाली बारिश से मौसम सुहाना, कहीं झमाझम कहीं रिमझिम बरसे बदरा

 वाराणसी
पूर्वांचल में शनिवार की सुबह मानसून से पहले वाली बारिश से मौसम सुहाना हो गया। कहीं रिमझिम तो कहीं झमाझम बारिश हुई। लगातार 40 डिग्री सेल्सियस से भी ज्यादा तापमान झेल रहे लोगों को इससे बड़ी राहत मिली है। शहरी क्षेत्रों में कुछ स्थानों पर जलजमाव भी हुआ। ग्रामीण क्षेत्रों में किसान खेती के कार्यों में जुट गए। मऊ के हलधरपुर थाना क्षेत्र के छत्तरपुर में बारिश में आम की पेड़ की डाली टूटने से चपेट में आकर किसान की मौके पर ही मौत हो गई।

वाराणसी में अलसुबह से ही रिमझिम बारिश शुरू हो गई। इससे जहां लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिली वहीं बच्चों को स्कूल जाने में थोड़ी परेशानी हुई। गंगा घाटों पर आम दिनों की तुलना में कम लोग पहुंचे। बारिश के कारण कई घाटों पर सन्नाटा दिखा। रेलवे स्टेशन के सामने स्थित सर्कुलेटिंग एरिया में कुछ स्थानों पर नाला जाम होने के कारण पानी लग गया। इससे यात्रियों को सामान के साथ आने जाने में परेशानी हुई।   

मिर्जापुर में शनिवार की सुबह हुई बरसात से मौसम सुहाना हो गया। बीते चार माह से गर्मी से जूझ रहे लोगो को राहत मिल गई।किसान खेती के कार्यों में जुट गए। बरसात के पानी की निकासी को लेकर विवाद भी हो गया। इसको लेकर इलाकाई पुलिस परेशान रही। किसान खेतो के मेड बधने में जुटे रहे। बरसात हो जाने से अब पशुओं के लिए चारा की समस्या भी नहीं रहेगी।किसान खेतो में हरा चारे की बुवाई की तैयारी में लग गए है।

आजमगढ़ में लंबे इंतजार के बाद शुक्रवार की रात लगभग 12 बजे शुरू हुई बारिश से शनिवार को खुशनुमा मौसम रहा। शुक्रवार की रात से अनवरत हुई बारिश से सूखे पड़े खेतों और तालाबों में पानी भर गए। किसानों का चेहरा खिला है। ठप पड़ी खेती-बारी के कामों ने रफ्तार पकड़ ली है। किसान धान की रोपाई की तैयारी में जुट गए हैं। इधर शहर के निचले इलाकों में जलजमाव से मुसीबत बढ़ गई है। बारिश के बीच जिला मुख्यालय आए वादकारियों को परेशानी झेलनी पड़ी। दूसरी तरफ बारिश से शहर के निचले इलाकों में जल जमाव की नौबत आ गई है। नगर कोतवाली के सामने कोलबाजबहादुर में नाले के उफन जाने से पिच रोड पर आ गया है। वहीं डीएवी डिग्री कालेज के सामने बंधा नाले के उफन जाने से कालेज परिसर में लबालबा पानी भर गया है। रात से ही शहर में बारिश से विद्युत आपूर्ति ठप हो जाने से शनिवार को दोपहर तक बहाल नहीं हो पाई। ऐसे में सुबह से ही शहरवासियों में पेयजल को लेकर हाहाकार मचा रहा।

मऊ में पहली बारिश से मौसम में काफी परिवर्तन आ गया। गर्मी से लोगों को राहत मिली है। जगह जगह खेतों में पानी व रास्ते भी पानी से लबालब भर गये। बारिश शुरू होते ही किसानो के चहरे खिल गये। शुक्रवार की रात दो बजे से झमाझम बारिश हो रही है। आसमान में घने काले बादल छाये हुयें हे। तालाब, गड्ढों के साथ साथ रास्ते भी बारिश के पानी से भर गये। पहली ही बारिश में ही नालों के सफाई की पोल खोलकर रख दी है। नालों के जाम होने से पानी उपर होकर सड़कों पर बहने लगा है। उधर खेतों में धान की रोपाई को लेकर किसानों ने भी कार्य तेज कर दिया है। किसान बारिश को लेकर काफी राहत महसूस कर रहे हैं। जिला कृषि अधिकारी उमेश कुमार ने किसानों से अपील किया है कि धान की रोपाई शुरु कर दें। मानसून के बने रहने का अंदेशा जताया। कहा कि अबकी 92 हजार हेक्टेयर में धान की रोपाई का लक्ष्य रखा गया है।

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