पुलवामा का बदला: सुबह साढ़े तीन बजे से क्या-क्या हुआ

नई दिल्ली
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को जैश-ए-मोहम्मद के आत्मघाती हमले में सीआरपीएफ के शहीद हुए 40 जवानों की मौत का बदला भारतीय वायुसेना ने ले लिया है। भारतीय वायुसेना के मिराज-2000 लड़ाकू विमानों ने मंगलवार तड़के पाकिस्तान के बालाकोट और पाक अधिकृत कश्मीर के मुजफ्फराबाद और चकोटी में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी शिविरों पर सुनियोजित हमला कर बम गिराए और उन्हें पूरी तरह से नष्ट कर दिया।

पाकिस्तान की सेना ने भी हमले की पुष्टि की है लेकिन उसने कहा है कि भारतीय वायुसेना के हमले में कोई हताहत नहीं हुआ है। हालांकि, भारतीय सैन्य सूत्रों के हवाले से दावा किया जा रहा है कि वायुसेना की कार्रवाई में जैश-ए-मोहम्मद के 200 से 300 आतंकी मौत के घाट उतारे गए हैं। आइए, विस्तार से जानते हैं कि अब तक इस मामले में क्या-क्या हुआ…

1. वायुसेना का ऑपरेशन मंगलवार तड़के तीन बजकर करीब 50 मिनट से चार बजकर करीब पांच मिनट के बीच चलाया गया। भारतीय वायुसेना के ऑपरेशन की जानकारी दुनिया को पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर के एक ट्वीट से मिली। उन्होंने लिखा कि भारतीय वायुसेना ने मुजफ्फराबाद सेक्टर से घुसपैठ की कोशिश की थी, लेकिन पाकिस्तानी सेना द्वारा ठीक समय पर प्रभावी जवाब दिया गया। गफूर ने दावा किया कि पाकिस्तान को किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ है।

2. इसके बाद रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ताजा स्थिति की जानकारी दी। 10 बजे के करीब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में उनके निवास पर सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति की बैठक शुरू हुई। बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, वित्त मंत्री अरुण जेटली, रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और सरकार के अन्य अधिकारी शामिल हुए। पाकिस्तान की प्रतिक्रिया की आशंका के मद्देनजर भारतीय वायुसेना के सभी सैन्य अड्डे हाई अलर्ट पर हैं। सूत्रों ने कहा है कि सीमा के पास और अंदर वायुसेना किसी भी घटना से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है। अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर किसी भी घुसपैठ से निपटने के लिए वायु रक्षा प्रणाली को सक्रिय कर दिया गया है। सूत्रों ने कहा कि हवाई रेडार पाकिस्तान के अंदर की गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रख रहे हैं।

3. दूसरी तरफ पाकिस्तान ने कहा कि भारत ने उकसावे की कार्रवाई की है और इस्लामाबाद को इसका जवाब देने का हक है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने आपात बैठक के बाद कहा, 'उन्होंने आज पाकिस्तान के खिलाफ उकसावे की कार्रवाई की। यह नियंत्रण रेखा का उल्लंघन है। मैं इसे नियंत्रण रेखा का उल्लंघन मानता हूं और पाकिस्तान को आत्मरक्षा के लिए समुचित जवाब देने का हक है।' विदेश मंत्रालय में बैठक के बाद कुरैशी ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को इसकी जानकारी दी।

4. सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति की बैठक के बाद साढ़े ग्यारह बजे विदेश सचिव विजय गोखले ने बताया कि जैश के बालाकोट में मौजूद सबसे बड़े प्रशिक्षण शिविर पर खुफिया सूचनाओं के आधार पर की गई यह कार्रवाई जरूरी थी क्योंकि आतंकी संगठन भारत में और आत्मघाती हमले करने की साजिश रच रहा था। इसके लिए फिदायीन जिहादियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। गोखले ने कहा कि आसन्न खतरे को देखते हुए, एकतरफा कार्रवाई अत्यंत आवश्यक थी । उन्होंने बताया कि अभियान में बहुत बड़ी संख्या में जैश के आतंकवादी, प्रशिक्षक, वरिष्ठ कमांडर और जिहादी मारे गए, जिन्हें फिदायीन हमलों के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा था। आतंकी शिविर बालाकोट में घने जंगल में, एक पहाड़ी पर और नागरिक बहुल इलाकों से दूर था और इसकी अगुवाई मौलाना यूसुफ अजहर उर्फ उस्ताद गौरी कर रहा था, जो जैश-ए-मोहम्मद के मुखिया मसूद अजहर का रिश्तेदार था।

5. वायुसेना की कार्रवाई से बौखलाए पाकिस्तानी सैनिकों ने जम्मू एवं कश्मीर के अखनूर सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर द्विपक्षीय संघर्षविराम का उल्लंघन किया, जिसके बाद भारतीय सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और उनके बीच मुठभेड़ शुरू हो गई। इस मुठभेड़ में एक पाकिस्तानी रेंजर मारा गया। बीएसएफ के सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तानी रेंजरों ने भारतीय चौकियों को निशाना बनाकर 'अकारण संघर्षविराम' का उल्लंघन किया। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि बीएसएफ ने मुहंतोड़ और प्रभावी तरीके से जवाब दिया। हमारे जवानों द्वारा की गई जवाबी गोलीबारी में एक पाकिस्तानी सैनिक मारा गया और पांच घायल हुए हैं।

6. इस बीच गुजरात के कच्छ जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तान का एक ड्रोन दिखा, जिसे मार गिराया गया। पुलिस सूत्रों ने बताया कि ड्रोन का मलबा कच्छ के अब्दासा तालुका के ननघाटाद गांव के पास दिखा है। सूत्रों ने बताया कि सुबह करीब छह बजे आवाज सुनने के बाद गांव वाले मौके पर पहुंचे और ड्रोन का मलबा देखा। यह पूछने पर कि क्या भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तानी ड्रोन को मार गिराया है, पुलिस के एक अधिकारी ने पहचान गुप्त रखने की शर्त पर बताया कि हम जांच कर रहे हैं। अधिकारी ने हालांकि और जानकारी देने से इनकार कर दिया।

7. इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गांधी शांति पुरस्कार समारोह में हवाई हमले का परोक्ष हवाला दिया। उन्होंने कहा कि वह माफी चाहते हैं कि उन्हें देर हो गई क्योंकि वह 'कुछ दूसरे काम' में व्यस्त थे। यह पुरस्कार समारोह राष्ट्रपति भवन में 11 बजे आरंभ होना था, लेकिन यह थोड़ी देर से शुरू हुआ। प्रधानमंत्री ने पुरस्कार समारोह में कहा, 'सबसे पहले मैं देर से पहुंचने के लिए माफी मांगता हूं। कार्यक्रम देर से शुरू हुआ क्योंकि मैं यहां देर से पहुंचा। मैं कुछ दूसरे काम में व्यस्त था और मुझे देर हो गई ।'

8. सरकार ने मंगलवार शाम पांच बजे एक सर्वदलीय बैठक बुलाई है, जिसमें विदेश मंत्री सुषमा स्वराज पाकिस्तान में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी शिविरों के खिलाफ तड़के भारतीय वायुसेना द्वारा किए गए हवाई हमले के बारे में जानकारी देंगी। सूत्रों ने कहा कि बैठक जवाहर भवन में शाम पांच बजे बुलाई गई है जहां विदेश मंत्रालय स्थित है। इसमें विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं के हिस्सा लेने की उम्मीद है।

9. वायुसेना की कार्रवाई से खुश विपक्षी नेताओं ने सैन्य बलों को बधाई दी है। उमर अब्दुल्ला ने कहा कि भारतीय वायुसेना द्वारा जैश-ए-मोहम्मद के शिविरों पर किया गया हमला 'बिल्कुल नया खेल है' क्योंकि यह पहली बार है जब शांति काल में पड़ोसी देश में आतंकवादियों पर हवाई हमला किया गया है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ने ट्वीट किया, 'आईएएफ का मतलब इंडियाज अमेजिंग फाइटर्स भी है। जय हिंद।'

मायावती ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सेना को पहले ही खुली छूट दे दिए होते तो पठानकोट, उरी और पुलवामा जैसी आतंकी घटनाएं नहीं होतीं तथा हमारे इतने जवानों की शहादत नहीं होती। मायावती ने ट्वीट कर कहा, 'जैश आतंकियों आदि के खिलाफ पीओके में घुसकर भारतीय वायुसेना के बहादुर जांबाज़ों की साहसिक कार्रवाई को सलाम व सम्मान। काश हमारी सेना को फ्री हैंड बीजेपी सरकार पहले दे देती तो बेहतर होता।'

10. दोपहर दो बजे राजस्थान के चुरू में आयोजित रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि चुरू की धरती से देशवासियों को विश्वास दिलाता हूं कि देश सुरक्षित हाथों में है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'सौगंध मुझे इस मिट्टी की, मैं देश नहीं मिटने दूंगा, मैं देश नहीं रुकने दूंगा, मैं देश नहीं झुकने दूंगा। मेरा वचन है भारत मां को, तेरा शीश न झुकने दूंगा, जाग रहा है देश मेरा, हर भारतवासी जीतेगा सौगंध मुझे इसे मिट्टी की, मैं देश नहीं मिटने दूंगा।' मोदी ने कहा कि हमारे लिए खुद से बड़ा दल है और दल से बड़ा देश है।

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