पिता-पुत्री के रिश्तों में थी गलतफहमी, सामना हुआ तो मिले गले… और फिर…
मैनपुरी
बचपन में ही मां की मौत हो गई थी। पिता मासूम बेटी को परिवार के अन्य सदस्यों को सौंपकर पैसा कमाने गुजरात चला गया। लेकिन बच्ची बड़ी हुई तो उसने पिता के खिलाफ बाल कल्याण समिति को शिकायती पत्र दिया। आरोप लगाया कि पिता ने दूसरी शादी कर ली है और पिता उसका भरण पोषण नहीं कर रहे। गुरुवार को पिता-पुत्री सामने बैठे तो गलतफहमी से पैदा हुई रिश्तों की बर्फ पिघल गई।
मामला करहल थाना क्षेत्र के ग्राम सूरजपुर से जुड़ा है। यहां के निवासी श्रीचंद की बेटी नीलम ने बाल कल्याण समिति से पिता द्वारा भरण पोषण न किए जाने की शिकायत की थी। बताया गया कि उसकी मां की मौत बचपन में ही हो चुकी है। पिता उसे ताऊ और चाचा के पास छोड़कर गुजरात चले गए। ताऊ और चाचा के पास न रहकर वह अपने मामा के पास चली गई। नीलम का कहना था कि पिता उसका भरण पोषण नहीं कर रहे थे।
पिता ने कहा अपनों ने बेटी को कर दिया दूर
गुरुवार को श्रीचंद बाल कल्याण समिति का नोटिस मिलने पर मैनपुरी स्थित कार्यालय पहुंचा। 29 अक्टूबर 2018 को की गई शिकायत की फाइनल सुनवाई गुरुवार को हुई। समिति की सदस्य आराधना गुप्ता ने पिता पुत्री को सामने बैठाया। पिता ने कहा कि वह गुजरात से अपनी बेटी के भरण पोषण के लिए 18 लाख से अधिक रुपये परिजनों को दे चुका है। बेटी के लिए उसने कार भी दिलाई थी। लेकिन परिजनों ने इसकी जानकारी बेटी को नहीं दी। गलतफहमी के चलते बेटी पिता से दूर हो गई। आराधना गुप्ता के समझाने पर नीलम अपने पिता के साथ जाने के लिए तैयार हो गई। इसके बाद पिता-पुत्री को एक साथ रवाना कर दिया गया।