नैशनल अवॉर्ड का हुआ अनाउंसमेंट, देखें बॉलिवुड सिलेब्स का रिऐक्शन
66वें नैशनल फिल्म अवॉर्ड का शुक्रवार को ऐलान कर दिया गया। इसमें बेस्ट हिंदी फिल्म और बेस्ट एंटरटेनमेंट फिल्म का अवॉर्ड क्रमश: आयुष्मान खुराना स्टारर फिल्मों 'अंधाधुन' और जंगली पिक्चर्स की 'बधाई हो' को दिया गया है।
अवॉर्ड मिलने के बाद खुशी जताते हुए आयुष्मान ने न्यूज एजेंसी से बातचीत में कहा, 'मैं रोमांचित हूं कि दोनों ही फिल्में जो मैंने कीं- अंधाधुन और बधाई हो, ने प्रतिष्ठित नैशनल अवॉर्ड हासिल किया है।'
ऐक्टर ने आगे कहा, 'यह फिर से पुष्टि करता है कि हमारे देश के लोग वह सिनेमा देखना चाहते हैं जो एंटरटेन करता है, जिस पर लोग बात कर सकें, जिसे लोग इंडॅार्स कर सकें।'
फिल्म 'पैडमैन' को सामाजिक मुद्दे पर बनी सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार मिला है। फिल्म की प्रड्यूसर ट्विंकल खन्ना ने ट्वीट किया, 'थैंक्यू! पूरी तरह से अभिभूत हूं। मैं कार में थी जब मैंने ट्वीट देखा और पता चला कि हमने सच में नैशनल अवॉर्ड जीता है।'
ट्विंकल के ट्वीट पर फिल्म के ऐक्टर अक्षय कुमार ने लिखा, 'हां और दूसरा कॉल मेरे पास आया कि हमने बेस्ट फिल्म का नैशनल अवॉर्ड जीता है। मैं सिर्फ यही कह सकता हूं, सारी दुनिया से कहो, कॉपी दैट।' 'बाहुबली' फेम डायरेक्टर राजामौली ने ट्वीट किया, 'यह देखकर खुशी महसूस हो रही है कि तेलुगू फिल्में नैशनल अवॉर्ड्स जीत रही हैं। महानती, रंगस्थलम, Awe और Chilasow की टीम को अवॉर्ड जीतने की बधाई।'
क्या है अंधाधुन की कहानी?
डायरेक्टर श्रीराम राघवन की इस फिल्म में आयुष्मान खुराना, तब्बू और राधिका आप्टे अहम किरदारों में थे। फिल्म की कहानी पुणे में रहने वाले नेत्रहीन पियानिस्ट आकाश की है जो एक मर्डर के बाद छिप जाता है। टेक्निकली वह मर्डर का 'गवाह' नहीं है लेकिन आंखें नहीं होने के बावजूद इस मर्डर को रिपोर्ट करना उसके लिए जरूरी बन जाता है। इस फिल्म को क्रिटिक्स से लेकर दर्शकों ने खूब सराहा और पूरी स्टार कास्ट की ऐक्टिंग की भी तारीफ की गई।
क्या है बधाई हो की कहानी?
डायरेक्टर अमित शर्मा की इस फिल्म में आयुष्मान खुराना, सान्या मल्होत्रा, नीना गुप्ता जैसे ऐक्टर्स अहम रोल में थे। 'बधाई हो' एक ऐसे कपल की कहानी है जो रिटायरमेंट की उम्र में पैरंट्स बनने वाला है। यह शॉकिंग न्यूज होती है और उन सबको यह समझ नहीं आता कि वे नाते-रिश्तेदारों से लेकर पास-पड़ोस वालों का इस खबर को लेकर कैसे सामना करें। हालांकि, फिल्म में बेहद खूबसूरती से जॉइंट फैमिली सिस्टम और मिडिल क्लास वैल्यूज को पेश करने की कोशिश की गई है।