नेता प्रतिपक्ष भार्गव ने दूसरे दिन माहौल को सामान्य बनाया
भोपाल। विधानसभा अध्यक्ष नर्मदा प्रसाद प्रजापति के अध्यक्ष बनने की प्रक्रिया में चुनाव को लेकर जो माहौल बना था, प्रतिपक्ष ने उसे बुधवार को सामान्य करने का प्रयास किया। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही प्रतिपक्ष की ओर से उन्हें शुभकामनाएं दी गईं।
इस मौके पर नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा कि भले ही सदन में हमारी अनुपस्थिति रही हो पर हमारे दिल से, मन से, आपने जो आसंदी का पदभार ग्रहण किया है, उसके लिए पूरा विधायक दल और हम सभी प्रसन्न् हैं।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मध्यप्रदेश की विधानसभा अपनी श्रेष्ठ परंपराओं के लिए दुनियाभर में जानी जाती है। अध्यक्ष कुशल, ज्ञानी, विधि के जानकार और वरिष्ठ हैं, इसलिए हम मानकर चलते हैं कि भाजपा, बसपा, सपा और निर्दलीय सदस्यों को आपका संरक्षण मिलेगा। हमें प्रश्न पूछने और उत्तर जानने की पूरी आजादी मिलेगी।
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि यह विधानसभा केवल ईंट और गारे का भवन नहीं, बल्कि लोकतंत्र का पवित्र मंदिर है। यहां पक्ष हो या प्रतिपक्ष हो, मुद्दों पर मतभेद हो सकते हैं, लेकिन प्रदेश का विकास और जनता का कल्याण, यह हम सभी का उद्देश्य और लक्ष्य है। आप (अध्यक्ष) अुनभव की भट्टी में पके हुए प्रदेश के वरिष्ठ राजनीतिज्ञ हैं। असाधारण विनम्रता आपकी विशेषता है। मैंने मुख्यमंत्री रहते हुए भी आपको प्रतिपक्ष में बैठकर जिस प्रकार काम करते हुए देखा है वह सचमुच अद्भुत है। आसंदी न पक्ष की है न प्रतिपक्ष की है, वह निष्पक्ष होती है। हमारी भी भूमिका प्रदेश के विकास में सकारात्मक सहयोग और यदि कहीं गड़बड़ होगी तो प्रचंड विरोध की रहेगी।