नेतन्याहू की पार्टी पिछड़ी, लाइबरमैन बन सकते हैं किंगमेकर

 इजरायल
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की लिकुड पार्टी चुनाव में पिछड़ती दिख रही है, जबकि मुख्य विपक्षी पार्टी ब्लू एंड व्हाइट 31 से 32 सीटें हासिल करती दिख रही है. ऐसे में बेंजामिन नेतन्याहू का फिर से पीएम बनना मुश्किल दिख रहा है. नेतन्याहू के नाम इजरायल के प्रधानमंत्री पद पर सबसे लंबे समय तक काबिज रहने का रिकॉर्ड है. पिछली बार अप्रैल में हुए चुनाव में भी नेतन्याहू की पार्टी को बहुमत नहीं मिला था और वो गठबंधन की सरकार बनाने में विफल रहे, जिसके चलते दोबारा से चुनाव कराने पड़ रहे हैं.

अब गठबंधन की बजाए यूनिटी सरकार बनने की उम्मीद की जा रही है. इजरायल में मंगलवार को चुनाव के लिए मतदान हुए थे. 69 वर्षीय बेंजामिन नेतन्याहू के गठबंधन सरकार बनाने में विफल रहने के बाद यह चुनाव हुए हैं. इजरायल में पांच महीने में यह दूसरी बार चुनाव हुए हैं.

इजरायल की केंद्रीय चुनाव समिति के मुताबिक 91 प्रतिशत मतगणना होने के बाद ब्लू एंड व्हाइट पार्टी नेतन्याहू की लिकुड पार्टी पर बढ़त बनाती दिख रही है. इस चुनाव में सेक्युलर यिसराएल बेटेनु पार्टी ने 9 सीटों पर जीत दर्ज की है. ऐसे में उम्मीद यह भी जताई जा रही है कि यिसरायल बेटेनु पार्टी के नेता और पूर्व रक्षा मंत्री एविगडोर लाइबरमैन इस चुनाव में किंगमेकर बन सकते हैं. एग्जिट पोल में भी ऐसा ही दावा किया गया था.

वहीं, नेयन्याहू के कार्यालय द्वारा कहा गया कि चुनाव नतीजों को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री नेतन्याहू अगले हफ्ते में यूएन महासभा के सत्र में हिस्सा लेने के लिए न्यूयॉर्क नहीं जाएंगे. उनकी जगह विदेश मंत्री यिसराएल कैट्ज यूएन महासभा को संबोधित करेंगे.

वहीं, बुधवार सुबह 61 वर्षीय लाइबरमैन ने जोर देकर कहा कि वो किसी भी गठबंधन में शामिल नहीं होंगे. अब सिर्फ उदारवादी यूनिटी सरकार बनाने का विकल्प है. इसमें लिकुड पार्टी, ब्लू एंड व्हाइट पार्टी और यिसरायल बेटेनु शामिल होंगे. लाइबरमैन पहले नेतन्याहू के सहयोगी थे, लेकिन अब मतभेद हैं.

वहीं, नेतन्याहू ने गठबंधन की सरकार बनाने से इनकार किया है. उनका कहना है कि सैनिकों, नागरिकों और बच्चों को मारने वाले आतंकियों का महिमामंडन करने वाली पार्टियों पर निर्भर रहने वाली सरकार नहीं बनाई जा सकती है. टाइम्स ऑफ इजरायल के मुताबिक 60 वर्षीय बेन्नी गैंट्ज ने कहा कि हमने साबित किया है कि ब्लू एंड व्हाइट का आइडिया सफल हैं.

अगर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के करीबी सहयोगी नेतन्याहू फिर से प्रधानमंत्री बनते हैं, तो वो फिलिस्तीन को लेकर अपने कड़ा रुख बरकरार रखेंगे. नेतन्याहू इजरायल के सबसे लंबे समय तक रहने वाले प्रधानमंत्री हैं. नेतन्याहू 13 साल से ज्यादा समय से प्रधानमंत्री हैं. उन पर भ्रष्टाचार, फर्जीवाड़ा और धोखाधड़ी के आरोप भी हैं.

वहीं, दूसरी तरफ ब्लू एंड व्हाइट पार्टी के नेता बेन्नी गैंट्ज ने साफ-सुथरी सरकार और सामाजिक सौहार्द्र पर अपना चुनाव अभियान चलाया था. वो इजरायल के पूर्व आर्मी चीफ रह चुके हैं. उन्होंने इजरायल की सुरक्षा को बरकरार रखते हुए फिलिस्तीन के साथ शांति को आगे बढ़ाने की बात कही है.

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