नीरव मोदी ने पर्सनल अकाउंट्स में ट्रांसफर किए ₹934 करोड़

 मुंबई
भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी ने 934 करोड़ रुपये खुद के साथ-साथ पत्नी और पिता के पर्सनल अकाउंट्स में डायवर्ट किए। शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय ( एन्फोर्समेंट डायरेक्टरेट यानी ईडी) की ओर से मुंबई स्पेशल कोर्ट में दाखिल सप्लिमेंट्री चार्जशीट में यह दावा किया गया है। इनमें से 560 करोड़ रुपये नीरव ने खुद के खाते में जबकि 200 करोड़ रुपये पत्नी ऐमी और 174 करोड़ रुपये पिता दीपक मोदी के पर्सनल अकाउंट्स में ट्रांसफर किए। ये सारे अकाउंट्स विदेशी बैंकों के हैं। नीरव मोदी फर्जी लेटर ऑफ अंडटेकिंग (LoU) के जरिए पंजाब नैशनल बैंक को 13,000 करोड़ रुपये का चूना लगाने का मुख्य आरोपी है। 
 
दूसरी चार्जशीट में जुड़ा नीरव की पत्नी का नाम 
पिछले सप्ताह ईडी ने मुंबई के स्पेशल पीएमएलए (प्रिंवेशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग ऐक्ट) कोर्ट में दाखिल सप्लीमेंट्री चार्जशीट में इन बातों की विस्तृत जानकारी दी है। ईडी ने फर्जीवाड़े की 91 प्रतिशत रकम का पता लगा लिया है। एजेंसी ने अपनी सप्लीमेंट्री चार्जशीट के साथ दुबई, यूएई और सिंगापुर की कंपिनयों के बैंक स्टेटमेंट्स के डीटेल जमा कराए हैं ताकि साबित किया जा सके कि नीरव मोदी और उसके पारिवारिक सदस्यों ने फर्जीवाड़े की रकम अपने-अपने अकाउंट्स में डायवर्ट की। ईडी ने नीरव की पत्नी ऐमी मोदी को भी अब आरोपी बना दिया है। पिछले साल मई महीने में ईडी द्वारा दारा दायर पहली चार्जशीट में ऐमी का नाम नहीं था। 

PNB को कैसे लगाया चूना? 
नीरव मोदी भारत की अपनी कंपनी के लिए आयात का फर्जी डॉक्युमेंट दिखाकर पंजाब नैशनल बैंक से अपने मुख्य रूप से दुबई और हॉन्ग कॉन्ग स्थित अपने निर्यातकों को लेटर ऑफ अंडरटेकिंग्स (LoUs) के जरिए पेमेंट करने को कहता था। जिन एक्सपोर्ट्स को वह पीएनबी से पैसे भिजवाता, वे दरअसल उसकी खुद की फर्जी कंपनी होती थी। नीरव मोदी हर बार बैंक से एलओयू अमाउंट बढ़ाने की मांग करता और प्राप्त धन से बैंक का पहला बकाया चुका देता और बाकी का इस्तेमाल व्यक्तिगत खर्चों में करता। लेकिन, जनवरी 2018 में इस फर्जीवाड़े से पर्दा उठ गया और वह परिवार सहित देश छोड़कर भाग गया। पिछले साल मई महीने में ईडी ने नीरव, बेल्जियम में रह रहे उसके पिता दीपक मोदी, भाई नीशाल मोदी, बहन पूर्वी मोदी और जीजा मैनक मेहता के खिलाफ पहला आरोप पत्र दायर किया। 

कहां-कहां घुमाया पीएनबी का पैसा? 
दूसरी चार्जशीट में ईडी ने नीरव मोदी और उसके पारिवारिक सदस्यों के बीच पैसों की बंदरबांट पर फोकस किया है। अधिकारियों ने बताया कि पीएनबी से अपनी फर्जी कंपनियों के खातों में पैसा डलवाकर, एक हिस्सा कई अन्य शेल कंपनियों में डाल देता। फिर ये शेल कंपनियां नीरव की पसिफिक डायमंड्स कंपनी में पैसे डाल देतीं। पसिफिक डायमंड्स के बैंक खातों से पता चलता है कि नीरव और उसके पिता के पर्सनल अकाउंट्स में बड़ी रकम ट्रांसफर की गई। एक अन्य मामले में, शेल कंपनी में पीएनबी का पैसा डायवर्ट करने के बाद एक हिस्सा फाइन क्लासिक एफजेडई के खाते में ट्रांसफर किया गया जिसे नीरव की बहन पूर्वी मोदी चलाती थी। फिर पूर्वी ने कुछ पैसे अपने सिंगापुर स्थित बैंक अकाउंट में डाले जहां से उसने 3 करोड़ डॉलर (करीब 2 अरब रुपये) अपनी भाभी और नीरव की पत्नी ऐमी मोदी के अकाउंट में ट्रांसफर किए। इस पैसे लंदन में फ्लैट खरीदा गया। 

टैक्स हैवंस से संचालित हुईं शेल कंपनियां 
ईडी ने चार्जशीट के साथ वे दस्तावेज भी जमा किए हैं जिनसे पता चलता है कि पीएनबी का पैसा पाने वाली ज्यादातर विदेशी शेल कंपनियों का संचालन ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड समेत कई टैक्स हैवंस स्थित कंपनियों से हुआ करता था। इन शेल कंपनियों के शेयरधारकों का कई स्तर था, लेकिन 2012 तक वास्तविक नियंत्रण नीशाल और पूर्वी मोदी के हाथों में था। 

प्रत्यर्पण की अपील पर सुनवाई का इंतजार 
बहरहाल, ईडी ने यूके से नीरव मोदी के भारत प्रत्यर्पण की अपील की है जहां वह जुलाई 2018 से रह रहा है। ईडी की इस अपील पर लंदन के वेस्टमिंस्टर जिला अदालत में सुनवाई होनी है। हाल ही में यूके के एक दैनिक अखबार ने लंदन की सड़कों पर नीरव मोदी की तलाश कर ली। अखबार ने बताया कि नीरव अब नई कंपनी के नाम से डायमंड बिजनस कर रहा है। 
 

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