निशानेबाजी में मानवादित्य और मनीषा को स्वर्ण पदक

पुणे 
राजस्थान के मानवादित्य सिंह राठौड़ (19) ने शनिवार को खेलो इंडिया यूथ गेम्स में अंडर-21 ट्रैप निशानेबाजी में खराब शुरूआत के बाद वापसी करते हुए स्वर्ण पदक हासिल किया। एथेंस ओलंपिक (2004) में रजत पदक विजेता और केन्द्रीय खेल मंत्री राज्यवर्धन राठौड़ के बेटे मानवादित्य यहां के शिव छत्रपति स्टेडियम खेल परिसर में पुरूषों के फाइनल में शीर्ष पर रहे। महिलाओं में मध्यप्रदेश की मछुआरे की बेटी मनीषा कीर ने महिलाओं की अंडर-21 ट्रैप स्पर्धा में स्वर्ण पदक हासिल किया। विश्व जूनियर चैम्पियनशिप में रजत पदक जीतने वाली मनीषा ओलंपियन मनशेर सिंह से प्रशिक्षण लेती है। उन्होंने दिल्ली की कीर्ति गुप्ता को 38-35 के स्कोर से मात दी। मानवादित्य ने अच्छी शुरुआत नहीं की थी, लेकिन बाद में उन्होंने खुद को संभाला। इधर मानवादित्य ने लय हासिल की तो वहीं एशियाई खेल-2018 में रजत पदक जीतने वाले लक्ष्य श्योराण अपनी लय खो बैठे और चौथे स्थान पर रहे। हरियाणा के भोवनीश मेनडिराटा और उत्तर प्रदेश के शार्दूल विहान को क्रमश: दूसरा और तीसरा स्थान मिला। मानवादित्य ने पहले 10 निशानों में सिर्फ पांच में ही सही स्कोर किया लेकिन इसके बाद उन्होंने दमदार वापसी करते हुए स्वर्ण जीता। जीत के बाद इस युवा निशानेबाज ने कहा, ‘‘आपके पास दो विकल्प होते हैं- या तो लड़ो या हार मान लो। आप जब अभ्यास में काफी मेहनत करते हैं तो आपका दिल हार मानने को नहीं कहता। आप उसके लिए लड़ते हैं जो आपके लिए सही है। मुझे अपने आप को परखने का समय मिला

मानवादित्य ने क्वालीफिकेशन में 125 में से 116 अंक हासिल कर तीसरे स्थान के साथ फाइनल में जगह बनाई थी। मानवादित्य ने फाइनल में दवाब के बारे में कहा, ‘‘मेरा मानना है कि दवाब जरूरी है क्योंकि यह आपको सचेत रखता है। आपको बस अपने आप को ज्यादा सोचने से बचाना होता है। मेरे माता-पिता ने मुझे अच्छी तरह से गाइड किया है। मैं सही हाथों में हूं।’’    युवा ओलंपिक की रजत पदक विजेता मेहुली घोष ने महिलाओं की दस मीटर एयर पिस्टल अंडर-21 का स्वर्ण पदक अपने नाम किया। पुरुषों के अंडर-21 रैपिड फायर पिस्टल 25 मीटर में हरियाणा के आदर्श सिंह पहले स्थान पर रहे।

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