निजामुद्दीन मरकज से लौटे एक जमाती और भीलवाड़ा के दो लोग अस्पताल में आईसोलेट
श्योपुर
जिला अस्पताल में दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज से लौटे एक जमाती और श्योपुर में रह रहे भीलवाड़ा के दो लोगों के सैंपल लिए गए। भीलवाड़ा से आए दोनों लोगों में सर्दी-खांसी की शिकायत थी। इन तीनों लोगों को अस्पताल में आईसोलेट कर दिया गया है जबकि तीन अन्य जमाती को सैंपल के बाद घर भेज दिया गया। जिले में अब तक 10 सैंपल लिए गए थे, जिनमें तीन की रिपोर्ट पहले ही निगेटिव आ चुकी थी। अब शुक्रवार को पूर्व में लिए गए ढोंढपुर के आदिवासी की रिपोर्ट भी निगेटिव आई है। हालांकि उसे आइसोलेशन में रखा हुआ है। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शुक्रवार को यहां 6 सैंपल और लिए। इनमें दो श्योपुर के जैदा के पास तंबू लगाकर रह रहे भीलवाड़ा के मजदूर हैं। इसके अलावा 10 मार्च को दिल्ली मरकज से लौटे तीन जमाती और विजयपुर में मरकज से लौटा एक जमाती शामिल है।
भीलवाड़ा के दोनों मजदूरों को ही कोरोना संदिग्ध पाते हुए सैंपल लिए गए और जांच के लिए लैब भेज दिया गया। साथ ही दोनों लोगों को अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर दिया गया। विजयपुर में भी दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज से लौटे एक जमाती का सैंपल लिया गया और उसे भी अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर दिया गया। इस तरह से अब तक कुल 16 सैंपल लिए जा चुके हैं, जिनमें से चार की रिपोर्ट निगेटिव आई है और 12 लोगों की रिपोर्ट का फिलहाल इंतजार है।
शुक्रवार को कलेक्टर प्रतिभा पाल ने शहर के समाजसेवी व शहर काजी सहित अन्य धर्म के लोगों के साथ बैठक की। जिसमें कोरोना के मामले में किसी भी तरह की कोताही न होने और सोशल डिस्टेंसिंग अपनाने को कहा गया है। इसी के साथ थाना स्तर पर भी थाना अधिकारियों के द्वारा बैठकें की गई।
जिला अस्पताल में सर्दी-खांसी की ओपीडी अलग से चलाई जा रही है, जहां अब तक 558 मरीज आ चुके है। इनमें से 8 मरीजों को लक्षण अलग दिखाई देने पर इन्हें अस्पताल प्रबंधन ने होम आइसोलेशन में भेज दिया है। यहां कोरोना संदिग्धों के लिए अस्पताल में रास्ते से लेकर ओपीडी व दवा सेंटर भी अलग कर दिया है।