नशे में ड्राइव किया तो पुलिस को मैसेज भेज लॉक हो जाएगी कार
कोरबा
आए दिन नशे की हालत में वाहन चलाने वाले खुद के साथ दूसरों की जिंदगी भी दांव पर लगा देते हैं। सड़कों पर नशे में रफ्तार का मजा लेने वाले चालकों की कमी नहीं। सड़क हादसों का बढ़ाता ग्राफ गंभीर समस्या है, जिसकी एक वजह नशापान कर गाड़ी चलाना है। लेकिन शहर के कुछ होनहार छात्रों ने मिलकर इस समस्या का समाधान निकालने की कोशिश की है।
उन्होंने कार की ड्राइविंग सीट पर मौजूद कंट्रोल पैनल में एक सेंसर लगाया है, जो पैमाने से अधिक अल्कोहल की गंध महसूस कर कार को लॉक कर देगा। इससे इग्निशन तो ऑन होगा, लेकिन इंजन स्टार्ट नहीं होगा। पहले कार में एक बजर बजेगा, जो चालक को ड्राइविंग न करने के लिए अलर्ट करेगा, उसके बाद ड्राइवर के नशे में होने की सूचना भी पुलिस, वाहन मालिक या परिजनों को एसएमएस के माध्यम से तत्काल पहुंचेगी।
इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग (ईईई) के पांच विद्यार्थियों ने अपने आठवें सेमेस्टर के मेजर प्रोजेक्ट के तहत यह उपकरण तैयार किया है। अल्कोहल सेंसिंग प्रोजेक्ट विद इंजन लॉक एंड एसएमएस अलर्ट सिस्टम पर काम करने वाले ईईई के विद्यार्थियों ने बताया कि उन्हें माइनर से शुरुआत कर मेजर प्रोजेक्ट तक पहुंचने में कुल आठ माह का वक्त लगा है।
गाइड टीचर, आईटी कॉलेज के रजिस्ट्रार व एचओडी प्रणय राही के मार्गदर्शन में ट्रिपल ई के छात्र-छात्राएं मनोज सिंह, तृप्ति कुर्रे, दीप्ति राठौर, अंजली गुप्ता व मंजू राजपूत ने यह प्रोजेक्ट तैयार किया है। इस प्रोजेक्ट के अल्कोहल एनालाइजर में इंडियन ट्रैफिक रूल्स के मुताबिक 0.05 एमएम प्रति लीटर की लिमिट को फॉलो करते हुए लिमिट रखी है।
इस सिस्टम में सेंसर के साथ एक सिम भी फिट किया गया है, जिसके रीचार्ज होने की स्थिति में पांच अलग-अलग नंबर का डाटा सेट किया जा सकता है। इस तरह अल्कोहल एनालाइजर की टेस्टिंग में फेल होेने पर प्रोग्रामिंग के जरिए तत्काल यह सूचना पांच मोबाइल नंबर में भेज दी जाएगी, जिसमें पुलिस को भी शामिल किया जा सकता है। इस तरह से नशे के कारण दुर्घटना को रोकने के साथ महत्वपूर्ण लोगों को अलर्ट मिल सकेगा।