देश के बड़े हिस्से में आंधी, पानी और आसमानी बिजली की चेतावनी

 
नई दिल्ली 
मौसम विभाग ने 11 मई से लेकर 15 मई तक उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में आसमानी बिजली कड़कने के साथ ही रुक- रुक कर आंधी और बारिश की आशंका जाहिर की है. इसी के साथ यह भी कहा गया है इस दौरान जम्मू-कश्मीर, हिमाचल और उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में ज्यादातर जगहों पर मध्यम दर्जे की बारिश भी हो सकती है. साथ ही पश्चिम बंगाल और सिक्किम के लिए 12 मई और 13 मई को आंधी-पानी की चेतावनी जारी की गई है. पूर्वोत्तर भारत के लिए मौसम विभाग ने 12 मई से लेकर 16 मई तक तेज हवाओं के बीच बारिश होने का अंदेशा जाहिर किया है.

मौसम विभाग के डीडीजीएम बीपी यादव के मुताबिक उत्तर पश्चिम भारत में एक के बाद एक 3 वेस्टर्न डिस्टरबेंस अपना असर दिखा रहे हैं. जिसकी वजह से मैदानी इलाकों के साथ साथ पहाड़ी इलाकों में मौसम पूरी तरीके से बदल जाएगा. 11 मई से पहले वेस्टर्न डिस्टरबेंस का असर दिखना शुरू हो जाएगा.

इसकी वजह से पश्चिमी राजस्थान से लेकर पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हिमाचल, उत्तराखंड और जम्मू कश्मीर में बादलों की आवाजाही बढ़ जाएगी. कई जगहों पर हल्की बारिश शुरू होगी और इसी के साथ तेज हवाओं के थपेड़ों से लोगों को दो-चार होना पड़ेगा. उन्होंने बताया कि मौसम की करवट में एक खतरा भी छुपा हुआ है. वह खतरा है आसमानी बिजली का. इस बात की आशंका है कि आंधी पानी के साथ कई जगहों पर बिजली भी गिर सकती है लिहाजा लोगों को सतर्क रहना होगा.

मौसम में आए बदलाव की वजह से उत्तर पश्चिम भारत से लेकर पूर्वी भारत और मध्य भारत तक लोगों को गर्मी से निजात मिलेगी. ऐसा अनुमान है कि देश के ज्यादातर इलाकों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला जाएगा. मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली में 11 मई को 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी आ सकती है.  इसी के साथ बारिश होने की संभावना भी है. उसके बाद 13 मई और 14 मई को इन सभी इलाकों में दोबारा 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी और बारिश की आशंका मौसम विभाग ने जताई है.

उत्तराखंड की बात करें तो मौसम विभाग का कहना है  कि 11 मई को यहां पर आंधी पानी के साथ ओलावृष्टि होने की भी संभावना है. यहां पर 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी.  यह स्थिति 12, 13 और 14 मई को भी बनी रहेगी. मौसम विभाग का कहना है कि गढ़वाल और कुमाऊं दोनों इलाकों में मध्यम दर्जे की बारिश होने की पूरी संभावना है. बारिश का सिलसिला 18 मई तक जारी रहने की संभावना है.

हिमाचल प्रदेश की बात करें तो यहां पर 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से कई इलाकों में आंधी आने की आशंका मौसम विभाग ने जताई है.  साथ ही इस बात की भी आशंका जाहिर की गई है कि कई जगहों पर ओलावृष्टि हो सकती है. यह स्थिति यहां पर 17 मई तक रहने की आशंका है. इसी तरह जम्मू कश्मीर के बड़े इलाके में तेज हवाओं के साथ आंधी और बारिश होने की आशंका जताई गई है. यह कहा गया है कि यहां पर 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं कई इलाकों में दर्ज की जाएंगी.

बदले हुए मौसम का सबसे ज्यादा असर गर्मी कम करने के लिहाज से राजस्थान में देखा जाएगा. यहां पर पूर्वी और पश्चिमी राजस्थान में ज्यादातर जगहों पर धूल भरी आंधियों के साथ साथ बारिश होने की संभावना भी मौसम विभाग ने जताई है. पूर्वानुमान के मुताबिक राजस्थान में धूल भरी हवाओं की रफ्तार 40 से लेकर 60 किलोमीटर प्रति घंटे की होने की आशंका है. यह स्थिति अगले 7 दिनों तक बने रहने की संभावना है. इसी तरह का मौसम पंजाब और हरियाणा में भी देखा जाएगा जिसका असर पश्चिमी उत्तर प्रदेश और पूर्वी उत्तर प्रदेश तक बना रहेगा.

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