दूरस्थ इलाकों के आश्रम छात्रावासों में सोलर हैण्डपंप से पेयजल व्यवस्था

रायपुर
छत्तीसगढ़ शासन द्वारा राज्य के सभी ग्रामीण दुुर्गम और वन क्षेत्रों में भी पेयजल की सुचारू व्यवस्था की जा रही है। इसी कड़ी में जशपुर जिले के दूरस्थ अंचल क्षेत्र में जहां विद्युत आपूर्ति की समस्या है। उन क्षेत्रों में छत्तीसगढ़ शासन की ओर से किसानों को सौर-सुजला योजना की सुविधा देकर लाभ पहुंचाया जा रहा है। साथ ही जशपुर जिले के आश्रम छात्रावासों में सोलर हैण्डपंप स्थापित करके बच्चों के लिए शुद्ध पेयजल की व्यवस्था की जा रही है। बालक आश्रम कलिया, गीधा, गजमा एवं कन्या आश्रम दनगरी में एक-एक नग सोलर हैण्डपंप स्थापित करके क्रेडा विभाग द्वारा शुद्ध पेयजल की व्यवस्था की गई है। जिसका उपयोग आश्रम के छात्र-छात्रों के द्वारा किया जा रहा है।

क्रेडा विभाग के सहायत अभियंता संदीप बंजारे ने बताया कि योजनांतर्गत आश्रमों के पेयजल व्यवस्था हेतु सामान्य हैण्डपंप में सोलर डवल पंप की स्थापना की जाती है। ड्वल पंप में हैण्डंपप और सोलरपंप दोनों होता है जिससे रात्रि में सोलर नहीं होने पर हैण्डपंप का उपयोग किया जा सकता है। जिसमें एक नग 5000 लीटर का ओव्हर हैण्डट्रेक हैण्डपंप से संबंध रहता है। जिसे पानी स्टोर किया जा सकता है। इस संयत्र में एक सेंसर लगा हुआ होता है जिस कारण से पंप स्वत: आॅन-आॅफ होता है और पानी बबार्दी नहीं होती है और 4 नग टेप नल लगा रहता है जिससे पानी का उपयोग किया जा सकता है।

क्रेडा अधिकारी ने बताया कि वर्तमान समय में तापमान एवं परंम्परागत संसाधनों की कमियों को दूर करने के लिए किसानों को सौर-सुजला योजना अंतर्गत अपने खेतों में सोलरपंप स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है ताकि उनको कम लागत से अच्छी फसल मिल सके। जिले के किसान जल संरक्षण एवं संवर्धन के लिए भी सार्थक कार्य कर रहे हैं।

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