दूरबीन, तीन शिफ्ट में ड्यूटी… नतीजों से पहले विपक्षी बने ‘चौकीदार’

 
मेरठ 

लोकसभा चुनाव परिणाम से ठीक पहले पूरे देश में ईवीएम की सुरक्षा को लेकर विपक्षी दल चुनाव आयोग और बीजेपी पर हमला बोल रहे हैं। यूपी और बिहार से आई इन शिकायतों पर चुनाव आयोग ने सफाई दी है और आरोपों को निराधार बताया है। इस बीच ईवीएम की सुरक्षा में कोई कोर-कसर न रह जाए, इसके लिए प्रत्‍याशियों ने चाक-चौबंद व्‍यवस्‍था कर रखी है।  
 
प्रत्‍याशियों की सजगता का एक उदाहरण मेरठ में देखा गया। यहां एसपी, बीएसपी और आरएलडी गठबंधन के प्रत्‍याशी हाजी याकूब कुरैशी के समर्थक गत 11 अप्रैल से ही स्‍ट्रॉन्‍ग रूम के बाहर डेरा डाले हुए हैं। स्‍ट्रॉन्‍ग रूम और उसके आसपास के इलाके पर कड़ी नजर रखने के लिए कुरैशी के समर्थकों ने हाईटेक इंतजाम किए हैं। 
 
स्‍ट्रॉन्‍ग रूम के बाहर प्रत्‍याशियों के समर्थकों ने तंबू गाड़ रखा है। इसमें कंप्‍यूटर लगाए गए हैं। इस कंप्‍यूटर पर स्‍ट्रांग रूम के सीसीटीवी की लाइव फीड आती है। अगर यह फीड आनी बंद हो जाती है या उन्‍हें कुछ गड़बड़ी लगती है तो वे तत्‍काल चुनाव अधिकारियों से बात करते हैं। वे यह जानने की कोशिश करते हैं कि कई कोई गड़बड़ी तो नहीं हुई है। 
 
दूरबीन का भी इस्तेमाल कर रहे समर्थक
इसी तरह से स्‍ट्रॉन्‍ग रूम के आसपास किसी भी संदिग्‍ध हरकत पर नजर रखने के लिए गठबंधन के समर्थक दूरबीन का इस्‍तेमाल कर रहे हैं। इससे उन्‍हें दूर तक निगरानी करने में आसानी हो हो रही है। गठबंधन प्रत्‍याशी के समर्थक 24 घंटे तीन शिफ्ट में इस काम को कर रहे हैं। तंबू के अंदर ही कार्यकर्ताओं के सोने का भी इंतजाम किया गया है। 
 
बता दें कि लोकसभा चुनाव परिणाम से ठीक पहले विपक्षी दलों ने चुनाव आयोग और सत्‍तारूढ़ बीजेपी पर हमले तेज कर दिए हैं। उत्‍तर प्रदेश के गाजीपुर में सोमवार देर रात ईवीएम बदलने का आरोप लगाते हुए बीएसपी प्रत्याशी अफजाल अंसारी ने अपने सैकड़ों समर्थकों संग पहुंचकर धरना दिया। आरजेडी नेता राबड़ी देवी, पीडीपी अध्‍यक्ष महबूबा मुफ्ती, आम आदमी पार्टी नेता संजय सिंह समेत कई विपक्षी दलों ने ईवीएम और उसकी सुरक्षा पर सवाल उठाए हैं। 
 
चुनाव आयोग की दलील 
इस बीच चुनाव आयोग ने एक बयान जारी कर हरेक घटना पर अपना पक्ष रखा है। चुनाव आयोग ने कहा कि इन सभी मामलों में चुनाव में इस्‍तेमाल वीवीपैट और ईवीएम सभी पार्टियों के प्रतिनिधियों के सामने ही पूरी प्रक्रिया का पालन करते हुए सील की गई है। इसका विडियोग्राफी भी कराया गया है। जिन जगहों पर इन्‍हें रखा गया है, वहां पर सीसीटीवी कैमरा भी लगाया गया है। सीआरपीएफ मशीनों की सुरक्षा कर रही है। प्रत्‍याशी स्‍ट्रॉन्‍ग रूम को देख सकते हैं और 24 घंटे वहां पर अपने प्रतिनिधि एजेंट रख सकते हैं। आयोग ने कहा कि सभी आरोप निराधार हैं। 

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