दूध और शहद दो ऐसे फूड जिन्हें संपूर्ण आहार का दर्जा प्राप्त

दूध हमारी सेहत के लिए सबसे जरूरी पेय पदार्थों में से एक है। आपको शायद ही पता हो कि दूध और शहद दो ऐसे फूड हैं, जिन्हें अपने आपमें संपूर्ण आहार का दर्जा प्राप्त है। संपूर्ण आहार मतलब, एक समय के भोजन से किसी व्यक्ति को जितने पोषण की जरूरत होती है, ये दोनों ही फूड्स इतना पोषण एक व्यक्ति को देते हैं। लेकिन इसका मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि आप खाना-पीना छोड़कर सिर्फ दूध और शहद पर ही निर्भर हो जाएं।

इन नौ खूबियों से भरपूर होता है दूध
नैशनल डेयरी काउंसिल के अनुसार, दूध में नौ असेंशियल न्यूट्रिऐंट्स होते हैं, जो हमारी सेहत की देखभाल करते हैं। यानी ऐसे जरूरी तत्व जो हमारे शरीर को मजबूत और स्वस्थ रखने की जिम्मेदारी निभाते हैं। इन तत्वों के नाम हैं- कैल्शियम, प्रोटीन, पोटैशियम, फॉस्फोरस, नियासिन, रिबोफ्लेविन (B2), विटमिन-डी, विटमिन-ए और विटमिन B12.

दूध से वेट कंट्रोल भी!
यकीन करना थोड़ा मुश्किल हो सकता है लेकिन हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, दूध पीने से हमारा वजन नियंत्रित रहता है। कनाडा की Brock University में अप्लाइड हेल्थ साइंसेज के असोसिएट प्रफेसर डॉक्टर ब्रियन रॉय के अनुसार, दूध में पाए उपलब्ध सभी पोषक तत्व हमारी ओवर ऑल हेल्थ को नरिश करते हैं।

दूध मसल्स बनाता है फैट नहीं
डॉक्टर राय का कहना है कि जो युवा वेट लिफ्टिंग एक्सर्साइज के बाद दूध का सेवन करते हैं, उनके शरीर में फैट तेजी से रिड्यूस होता है और मसल्स उतनी ही तेजी से बनती हैं। जबकि जो युवा एक्सर्साइज के बाद दूध जैसे माइक्रोन्यूट्रिऐंट से भरपूर दूसरे खाद्य लेते हैं, उनमें मसल्स बनने की दर कम होती है।

इस तरह लेने पर नुकसान देता है दूध
अति हर जगह वर्जित होती है। यह बात दूध के बारे में भी लागू होती है। अगर आप दिनभर सिर्फ दूध ही पिएंगे तो यही दूध आपको कई परेशानियों की तरफ धकेल सकता है। इनमें हार्ट डिजीज प्रमुखता से शामिल हैं। ध्यान रखें कि नवजात शिशुओं की भी एक नियत समय बाद ठोस आहार दिया जाने लगता है।

दिनभर में कितना दूध लें
किसी इंसान को डेयरी प्रॉडक्ट कितना कंज्यूम करना चाहिए, यह इस बात पर निर्भर करता है कि उस व्यक्ति की डेली लाइफ कैसी है। फिजिकल वर्क करनेवाले लोगों का डायजेशन आमतौर पर सिटिंग जॉब करनेवाले लोगों से बेहतर होता है। सामान्यतौर पर दिन में 3 कप दूध लिया जा सकता है।

बात शहद की करते हैं
शहद एक नैचरल स्वीट है और कई तरह के पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इसमें फ्रक्टोज़, ग्लूकोज़ मालटोज, कैलरीज और शुगर का मिश्रण होता है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि शहद में फैट और प्रोटीन नहीं होता है। बल्कि शहद ऐंटिऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है। जो हार्ट अटैक और हार्ट स्ट्रोक का रिस्क कम करता है।

आयुर्वेदाचार्य देते हैं शहद लेने की सलाह
शहद हमारे शरीर में हीमोग्लोबिन बढ़ाने का काम करता है। यानी खून की कमी होने से रोकता है। यही वजह है कि आमतौर पर आयुर्वेदाचार्य दवाइयों के साथ पेशंट को शहद लेने की सलाह भी देते हैं। शहद हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ाता है।

इस तरह नुकसान पहुंचाता है शहद
आयुर्वेदाचार्यों का कहना है कि शहद को अगर सही तरीके से ना खाया जाए तो यह नुकसान भी पहुंचा सकता है। जैसे कुछ लोग आधी-अधूरी जानकारी के साथ शहद को गर्म पानी में घोलकर पीने लगते हैं। उनका मकसद अपना वजन कम करना होता है। लेकिन आपको बता दें कि ऐसा कुछ भी करने से पहले डॉक्टर से जरूर बात करें। क्योंकि आपके BMI यानी बॉडी-मास-इंडेक्स के आधार पर क्या सही है और क्या नहीं यह केवल डॉक्टर्स ही बता सकते हैं।

शहद की सबसे बड़ी खूबी
शहद तुरंत एनर्जी देने का काम करता है। यह हम सभी जानते हैं। लेकिन यह बात कम ही लोग जानते हैं कि शहद जिस भी चीज के साथ खाया जाता है, उसके गुणों में वृद्धि करता है। आयुर्वेद की भाषा में इस खूबी को अनुपान कहते हैं।

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