दिल्ली को कोराना से बचाने अमित शाह की ताबड़तोड़ बैठक
नई दिल्ली
दिल्ली में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण पर लगाम लगाने के लिए केंद्र सरकार एक्शन में आ गई है। केंद्रीय गृह मंत्री ना सिर्फ ताबड़तोड़ बैठक कर रहे हैं, बल्कि चार तेज-तर्रार आईएएस अधिकारी को तुरंत दिल्ली बुला लिया गया है। एक ही दिन में उन्होंने दूसरी बार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उपराज्यपाल अनिल बैजल और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन के साथ समीक्षा बैठक की। इस दौरान तीनों एमसीडी के मेयर भी मौजूद रहे।
इससे पहले अमित शाह ने कहा कि देश की राजधानी दिल्ली को सुरक्षित रखने और कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए केंद्र की मोदी सरकार कटिबद्ध है। कोरोना से संक्रमित मरीजों के लिए बेड की कमी को देखते हुए केंद्र की मोदी सरकार ने तुरंत 500 रेलवे कोच दिल्ली को देने का निर्णय लिया है, जिससे राजधानी में 8000 बेड बढ़ जाएंगे। यह कोच कोरोना संक्रमण से लड़ने के लिए सभी आवश्यक सुविधाओं से लैस होंगे।
गृह मंत्री ने आज कहा है कि दिल्ली में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए अगले दो दिन में कोरोना की टेस्टिंग को बढाकर दो गुना किया जायेगा और 6 दिन बाद टेस्टिंग को बढाकर तीन गुना कर दिया जायेगा। साथ ही कुछ दिन बाद कन्टेनमेंट जोन में हर पोलिंग स्टेशन पर टेस्टिंग की व्यवस्था शुरू कर दी जाएगी।
प्राइवेट अस्पतालों को कम रेट पर बेड उपलब्ध कराने के लिए कमेटी
अमित शाह ने यह भी कहा है कि दिल्ली के निजी अस्पताओं में कोरोना संक्रमण के इलाज के लिए निर्धारित कोरोना बेड में से 60 प्रतिशत बेड कम रेट में उपलब्ध कराने, कोरोना उपचार और कोरोना की टेस्टिंग के रेट तय करने के लिए नीति आयोग के सदस्य डॉ. वी के पॉल की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई गयी है जो कल तक अपनी रिपोर्ट देगी।
अंडमान निकोबार और अरुणाचल प्रदेश मैं तैनात 4 तेज-तर्रार को तुरंत दिल्ली बुलाया गया है। अमित शाह ने आईएएस अधिकारियों- अवनीश कुमार और मोनिका प्रियदर्शिनी, गौरव सिंह राजावत और विक्रम सिंह मलिक के COVID-19 के प्रबंधन में सहायता करने के लिए तुरंत दिल्ली में तबादले का निर्देश दिया है। इसके साथ ही गृहमंत्री ने दिल्ली सरकार के दो वरिष्ठ IAS अधिकारियों एस.सी.एल. दास और एस.एस. यादव को केंद्र के साथ जुड़ने का निर्देश दिया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय (MHA) ने रविवार को ट्वीट कर यह जानकारी दी है।