तेजस्वी यादव को ढूंढने वाले को 5100 रुपये इनाम’, मुजफ्फरपुर में लगे पोस्टर
पटना
उत्तर बिहार के मुजफ्फरपुर व इसके आसपास के जिलों में एईएस (चमकी बुखार) से बच्चों की मौत का सिलसिला जारी है। अब तक इतने बड़े मुद्दे पर सरकार के साथ-साथ विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव की चुप्पी भी लोगों को खल रही है। इस बीच बिहार के मुजफ्फरपुर में एक पोस्टर लगाया गया है, जिसमें तेजस्वी यादव के बारे में जानकारी देने वाले को 5100 रुपये इनाम देने की घोषणा है. मुजफ्फरपुर में लगे पोस्टर में लिखा है- राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव के बारे में सूचना देने वाले को 5100 रुपये के इनाम का ऐलान किया गया है। यह जानकारी समाचार एजेंसी एएनआई ने दी है।
दरअसल, तेजस्वी यादव बिहार में प्रतिपक्ष के नेता हैं और पिछले कुछ दिनों से गायब हैं। तेजस्वी यादव ऐसी स्थिति में सामाजिक और राजनीतिक परिदृश्य से गायब हैं, जब बिहार बड़े स्वास्थ्य संकट से गुजर रहा है और मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार यानी एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम से करीब 150 बच्चों की मौत हो चुकी है। हालांकि, सरकारी आंकड़ों में यह करीब 120 है।
जब राजद नेता रघुवंश प्रसाद सिंह से तेजस्वी यादव को लेकर पूछा गया था तो उन्होंने कहा था कि उन्हें सही से नहीं पता है कि वह कहां हैं, मगर उन्हें ऐसा लगता है कि शायद वह अभी वर्ल्ड कप देखने गए हों। रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा कि 'मुझे नहीं पता कि वह अभी कहां हैं, हो सकता है कि वह वर्ल्ड कप का मैच देखने गए हों, मगर मैं इस बारे में श्योर नहीं हूं।' गौरतलब है कि अगर तेजस्वी यादव के ट्विटर अकाउंट पर नजर दौड़ाएं तो उऩका आखिरी ट्वीट 11 जून को है, जिसमें उन्होंने अपने पिता और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को बर्थडे विश किया है। यही वजह है कि सोशल मीडिया पर भी लगातार तेजस्वी को ढूंढा जा रहा है और यह सवाल उठाया जा रहा है कि आखिर तेजस्वी यादव विपक्ष की भूमिका क्यों नहीं निभा रहे हैं?
उत्तर बिहार के मुजफ्फरपुर व इसके आसपास के जिलों में एईएस (चमकी बुखार) से बच्चों की मौत का सिलसिला अभी भी थमा नहीं है। बीते 20 दिनों में एईएस के 479 मामले सामने आ चुके हैं। अब तक इस बीमारी से 159 बच्चों की मौत हो चुकी है। भाजपा के एक सदस्य ने शुक्रवार को लोकसभा में सरकार से इस बात की जांच कराने की मांग की कि बिहार के मुजफ्फरपुर में एक्यूट इन्सेफेलाइटिस सिंड्रोम से बच्चों की मौत के मामले में लीची को जिम्मेदार ठहराना कहीं इस फल को बदनाम करने की साजिश तो नहीं है। बिहार के सारण से लोकसभा सदस्य राजीव प्रताप रूड़ी ने शून्यकाल में इस विषय को उठाया और कहा कि मुजफ्फरपुर में हालात बहुत चिंताजनक हैं।