तेजस्वी ने पैर छूकर लिया मायावती का आशीर्वाद , ट्विटर पर पोस्ट की तस्वीरें
पटना
बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी प्रसाद यादव उत्तर प्रदेश के दौरे पर हैं. यूपी पहुंचे तेजस्वी ने जहां बसपा प्रमुख मायावती से मुलाकात कर आशीर्वाद लिया वहीं सोमवार को उनकी मुलाकात सपा प्रमुख अखिलेश यादव से भी होगी. तेजस्वी ने लखनऊ में मायावाती का पैर छूकर उनका आशीर्वाद लिया और तस्वीरें ट्विवटर पर पोस्ट की.
यूपी में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी की ओर से गठबंधन का ऐलान होने के एक दिन बाद ही तेजस्वी दोनों नेताओं से मिलने पहुंचे हैं ऐसे में इस मुलाकात को 2019 के लिहाज के काफी अहम माना जा रहा है मायावती से तेजस्वी यादव से मुलाकात लखनऊ में मायावती के आवास पर हुई.
Extended warm Birthday greetings in advance to the person who deserves honor because of everything she has achieved in life.
Elders teaches us a ton when we grow up under their guidance. I wish many more years ahead, happiness & success to Honourable Mayawati Ji. Happy Birthday! pic.twitter.com/yNI4afTvF0
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) January 14, 2019
मुलाकात के बाद पत्रकारों से बात करते हुए तेजस्वी ने कहा कि बीजेपी देश भर में 'नागपुर का कानून' लागू करना चाहती है. उन्होंने कहा कि जनता ने मायावती और अखिलेश की ओर से लिए गए फैसले का जनता ने स्वागत किया है. आज ऐसा माहौल है जहां वह बाबा साहब के संविधान को खत्म कर नागपुर का कानून लागू करना चाहते हैं.'
तेजस्वी ने कहा, 'हम मोदी जी को नहीं हराना चाहते, हमारी उनसे कोई निजी दुश्मनी नहीं है. यह विचारधारा की लड़ाई है. हमने हमेशा से बीजेपी और आरएसएस के खिलाफ लड़ाई लड़ी है. हम अपने देश के लिए काम करना चाहते हैं और देश का संविधान बचाना चाहते हैं.'
मायावती और तेजस्वी के बीच हुई मुलाकात करीब दो घंटे तक चली. सोमवार को तेजस्वी, पूर्व सीएम अखिलेश यादव से मुलाकात करेंगे. तेजस्वी से मुलाकात करने के बाद मायावती ने कहा कि लालू जी पर इसलिए निशाना साधा जा रहा है क्योंकि वह सांप्रदायिक शक्तियों के खिलाफ थे. राजद के साथ बिहार में गठबंधन की चर्चा बाद में की जाएगी.
वहीं तेजस्वी ने कहा कि वह मायावती सरीखी नेता से मिलने का मौंका नहीं गंवाना चाहते थे. उन्होंने कहा कि मेरे पिता लालू प्रसाद यादव ने हमेशा से मायावती जी और अखिलेश जी के दल का गठबंधन चागा है. लालू जी आज जेल में हैं क्योंकि उन्होंने कभी बीजेपी के खिलाफ झुकना पसंद नहीं किया. यहां तक कि मुझे भी नहीं बख्शा गया और मैं जब बच्चा था उस वक्त मुझ पर मामला दायर कर दिया गया. मेरे नीतीश चाचा का भी इसमें हाथ है.