तबलीगी जमात प्रचारकों से देवबंद पहुंचा Covid-19? 500 पर नजर

 नई दिल्ली
क्या कोरोना वायरस का संक्रमण अब मुस्लिम समुदाय के सबसे बड़े शिक्षण संस्थान देवबंद तक पहुंच गया है? यह सवाल इसलिए क्योंकि एशिया के सबसे बड़े मदरसे के रूप में पहचान रखने वाले दारुल उलूम देवबंद के बहुत से छात्र भी निगरानी में हैं। ये लोग तबलीगी जमात के प्रचारकों के संपर्क में आए थे। देशभर के करीब ऐसे 500 से अधिक लोगों को कोरोना वायरस से संक्रमित होने के संदेह में निगरानी में रखा गया है।

तबलीगी के प्रचारक देवबंद भी आए थे
निगरानी के दायरे में आए लोग 2 मार्च से 20 मार्च के बीच मलेशिया और इंडोनेशिया से आने वाले 40 इस्लामिक उपदेशकों के एक ग्रुप के सम्पर्क में आए थे। इनमें से अधिकतर ऐसे परिवार और स्टूडेंट्स हैं जो देवबंद के मशहूर मदरसे में पढ़ते हैं और उसके पास की मोहम्मदी मस्जिद के आसपास रहते हैं। माना जा रहा है कि इस्लामिक उपदेशकों के इस ग्रुप ने 9 मार्च और 11 मार्च के बीच देवबंद की यात्रा की थी।

कश्मीर में बुजुर्ग की मौत से पता चली चेन
इस मामले के बारे में तब खुलासा हुआ, जब कश्मीर घाटी में 65 साल के एक बुजुर्ग की कोरोना की वजह से मौत हो गई थी। वह बुजुर्ग श्रीनगर में रहते थे। उन्होंने बीते दिनों दिल्ली, उत्तर प्रदेश के साथ देशभर के अलग-अलग धार्मिक समारोहों में हिस्सा लिया था।

सहारनपुर के कमिश्नर संजय कुमार ने कहा कि देवबंद की उस मस्जिद को सील कर दिया गया है और उसके अलावा मस्जिद के आसपास के एक किमी में स्थित सभी मकानों, दुकानों और स्कूलों को निगरानी में ले लिया गया है।

11 लोग 2 हफ्ते के क्वारंटाइन पर
उन्होंने कहा, 'हमें पता चला है कि जिस कश्मीरी मरीज की डेथ हुई है, उसने यहां मस्जिद में हुए एक कार्यक्रम में शिरकत की थी। इस कार्यक्रम में बहुत बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया था, जिसमें से 10 की पहचान हम कर चुके हैं। पहले फेज में लोगों से बात करने के बाद हमने 11 संभावितों का टेस्ट ले लिया है। उन्हें अभी भी सहारनपुर प्रशासन के तहत क्वारंटाइन में रखा गया है, जहां वे अगले 2 हफ्ते तक रखे जाएंगे। फिलहाल सभी शुरुआती टेस्ट नेगेटिव पाए गए हैं।'

उन्होंने कहा, 'इस ग्रुप के लोग जिन 10 घरों में गए थे, उन सभी को क्वारंटाइन कर दिया गया है। हम अभी भी यहां इस खोज में लगे हुए हैं कि शायद कोई और भी हो जिसे टेस्ट की जरूरत हो।'

कश्मीरी के संपर्क में आए 11 कोरोना पॉजिटिव
जिस कश्मीरी व्यक्ति की कोरोना के कारण मृत्यु हुई है, वह अपने पीछे मिलने वालों की एक पूरी चेन छोड़ गया है। उसका परिवार, डॉक्टर्स सभी में कोरोना वायरस के संक्रमण होने की आशंका है। ये सभी कोरोना वायरस के करियर बन सकते हैं। कश्मीर में ही उसके ऐक्टिव कॉन्टैक्ट वाले करीब 11 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इसके अलावा 70 से ज्यादा डायरेक्ट और इनडायरेक्ट कॉन्टैक्ट्स को क्वारंटाइन में रखा गया है।

24 मार्च को इस शख्स को कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। 26 मार्च को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी। फिलहाल इस मामले ने उत्तर प्रदेश की अथॉरिटीज को सतर्क कर दिया है क्योंकि यह व्यक्ति उत्तर प्रदेश के दारुल उलूम देवबंद के निकट स्थित खानकाह मोहल्ले की मोहम्मदी मस्जिद में कुछ दिन ठहरा था।

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