डॉक्टरों के आगे झुकीं, मोदी सरकार पर बरसीं

कोलकत्ता

पश्चिम बंगाल में एक रेजीडेंट डॉक्टर की पिटाई के बाद डॉक्टरों की हड़ताल से दबाव में आई राज्य सरकार ने आखिरकार पांचवें दिन आपात बैठक की. बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि सरकार नकारात्मक नहीं है और ना ही अब तक कोई नकारात्मक कदम उठाया है. उन्होंने उत्पन्न संकट के समाधान को लेकर लगातार सक्रिय प्रयास का दावा करते हुए कहा कि वार्ता के लिए हमारे दरवाजे हमेशा खुले हैं. ममता बनर्जी ने मोदी सरकार पर भी जमकर निशाना साधा. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री की प्रेस कॉन्फ्रेंस की 10 बड़ी बातें:

1. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हड़ताल समाप्त करने की अपील करते हुए कहा कि बीमार मरीजों के परिजन इंतजार कर रहे हैं. हमने डॉक्टरों की अधिकांश मांगें मान ली हैं

2. उन्होंने कहा कि कोलकाता के सभी मेडिकल कॉलेजों में सुरक्षा की जिम्मेदारी एसीपी रैंक के अधिकारी को सौंपी जाएगी

3. ममता बनर्जी ने कहा कि मुझे एसएसकेएम अस्पताल पहुंचने पर विरोध का सामना करना पड़ा. गाली दी गईं, धक्का दिया गया. मैंने चंद्रिमा भट्टाचार्य को भेजा था. वह फोन से मेरी बात डॉक्टरों से कराना चाहती थीं, लेकिन डॉक्टरों ने मना कर दिया. इतने अनादर के बाद भी मैं उनसे संपर्क करने की कोशिश लगातार करती रही

4. मुख्यमंत्री ने कहा कि शुक्रवार को मैंने 5 घंटे बात करने के लिए डॉक्टरों का इंतजार किया. उन्होंने हमें सूचित किया कि वे शुक्रवार को नहीं, शनिवार को आ सकते हैं और हम आज भी इंतजार करते रहे लेकिन वे नहीं आए

5. उन्होंने कहा कि मेरे दरवाजे वार्ता के लिए हमेशा खुले हैं. सरकार आपको वार्ता के लिए लगातार बुलाती रही और आप ना आने पर अडिग रहे. कोलकाता के पुलिस कमिश्नर ने भी तीन घंटे तक समझाया, लेकिन वह तब भी नहीं माने.

6. ममता ने कहा कि अगर आपको लगता है कि मैं कैपेबल नहीं हूं, तो आप राज्यपाल से बात कीजिए

7. ममता ने कहा कि 2009 में गुजरात सरकार ने आवश्यक सेवा संरक्षण अधिनियम (ESMA) लगाकर डॉक्टरों की हड़ताल समाप्त कराई थी. तब मुख्यमंत्री मोदी ही थे. चिकित्सा जैसी महान सेवा के लिए हमने इस तरह के कदम नहीं उठाए और ना ही कोई गिरफ्तारी की

8. व्यक्तिगत इस्तीफा अलग है, सामूहिक इस्तीफे का कानून में कोई मूल्य नहीं है

9.गृह मंत्रालय को उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के लिए एडवाइजरी जारी करनी चाहिए. केंद्र को पूछना चाहिए कि एनकाउंटर में कितने लोग मारे गए

10. राष्ट्रीय मीडिया द्वारा देश में बंगाल का कुप्रचार किया जा रहा है. प्रदेश की छवि खराब की जा रही है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *