डीटीएच चैनल सेलेक्ट करना होगा आसान, नया ऐप डिवेलप कर रहा है TRAI

टेलिकॉम रेग्युलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (ट्राई) ने भारत में डीटीएच इंडस्ट्री से जुड़े नियमों में कुछ जरूरी बदलाव किए हैं। इसके बाद कस्टमर्स को मिलने वाले टैरिफ प्लान्स को पहले से ज्यादा पारदर्शी बनाने के लिए सभी डीटीएच और केबल टीवी प्रोवाइडर्स को नए ट्राई नियमों के हिसाब से अपने प्लान बदलने पड़े हैं। इन नियमों के हिसाब से कस्टमर्स अब अपनी पसंद के चैनल सेलेक्ट कर सकते हैं और उन्हें इन चैनल्स के लिए ही पेमेंट करना होगा। तीन महीने तक चली इस लंबी प्रक्रिया में कई कस्टमर्स ने अपने पैक डिजाइन किए तो वहीं कुछ को कंपनी के बेसिक पैक्स पर शिफ्ट कर दिया गया।

ट्राई के नए टैरिफ ऑर्डर के बाद सब्सक्राइबर्स को अपनी पसंद का चैनल ही पैक में सेलेक्ट करने और उसके लिए भुगतान करने का विकल्प मिल गया है। यह इंडस्ट्री के लिए एक बड़ा बदलाव था क्योंकि इससे पहले सब्सक्राइबर्स को डीटीएच या केबल सर्विस प्रोवाइडर की ओर से मिलने वाले पैक्स में से ही किसी एक को चुनना पड़ता था। साफ है कि नया सिस्टम सब्सक्राइबर्स के लिए ज्यादा फायदे का सौदा रहा और प्रोवाइडर्स को नुकसान हुआ। यही वजह है कि डीटीएच और केबल प्रोवाइडर चैनल सेलेक्ट करने के लिए सब्सक्राइबर्स को प्रॉपर प्लैटफॉर्म नहीं दे रहे थे।

कस्टमर्स को हो रही दिक्कत

ऐसे में ट्राई ने कस्टमर्स की चैनल सेलेक्ट करने में मदद करने का फैसला किया और इसके लिए प्लैटफॉर्म लेकर आया। अब इसी ओर एक और कदम बढ़ाते हुए ट्राई नया ऐप भी डिवेलप कर रहा है। ट्राई की ओर से जारी एक नोटिफिकेशन में कहा गया है, 'नए फ्रेमवर्क को अच्छे से लागू करवाने के लिए ट्राई ने कई प्रयास किए हैं, जिनमें डीपीओर के साथ मीटिंग्स, इलेक्ट्रॉनिक और न्यूज मीडिया का इस्तेमाल और कस्टमर्स के साथ सीधा इंटरैक्शन भी शामिल है। इतनी कोशिशों के बावजूद हमारे पास बार-बार यह बात सामने आ रही है कि कस्टमर्स सही मायने में अपनी पसंद के हिसाब से टीवी चैनल्स नहीं चुन पा रहे हैं।'

डिवेलप होगा थर्ड पार्टी ऐप

ट्राई ने कहा, 'इस तरह की दिक्कतों को देखते हुए अथॉरिटी की ओर से पब्लिक इंटरेस्ट में थर्ड पार्टी की ओर से चैनल सेलेक्शन सिस्टम डिवेलप किए जाने की जरूरत महसूस हो रही है। इस तरह कंज्यूमर्स आसानी से अपने पैक सेलेक्ट कर पाएंगे क्योंकि थर्ड पार्टी ऐप ब्रॉडकास्टिंग और केबल सर्विस सेक्टर से जुड़े सभी कस्टमर तक आसानी से पहुंच पाएगा।' थर्ड पार्टी ऐप्स की फंक्शनिंग को सपॉर्ट करने के लिए ट्राई की ओर से चैनल सेलेक्शन सिस्टम एपीआई स्पेसिफिकेशन डॉक्यूमेंट तैयार किया गया है, जिससे डिस्ट्रीब्यूशन प्लैटफॉर्म ऑपरेटर्स (डीपीओ) के कॉमन एपीआई जुड़े हैं। इसकी मदद से थर्ड पार्टी यूजर्स के लिए ऐप डिवेलप कर सकेगी।

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