डीएविवि ने दी शहीद व रिटायर सैनिकों के बच्चों को फीस में 100 और सैनिकों के बच्चों को 50 फीसदी राहत
भोपाल
राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने सैनिक, विकलांग सैनिक और शहीदों के बच्चों को प्रवेश में विशेष रियायत देने के लिए निर्देशित किया था। समन्वय समिति में हुए निर्णय पर सबसे पहले देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर ने अमल किया है। इस संबंध में डीएविवि ने आदेश तक जारी कर दिए हैं। डीएविवि के आदेश को देखते हुए राज्य के करीब दो दर्जन विवि भी सैनिकों के बच्चों को फीस में रियायत देने की व्यवस्था जमा सकते हैं।
डीएविवि ने भारतीय सेना में कार्यरत सैनिकों के बच्चों को अपने सभी विभागों में पचास फीसदी ट्यूशन फीस में छूट दी है। इसके अलावा शहीदों और सेवानिवृत्त हुए सैनिकों के बच्चों को ट्यूशन फीस में शत प्रतिशत छूट देने के आदेश जारी किए हैं। ये आदेश राजभवन में कुलपतियों की समन्वय समिति की बैठक में हुए निर्णय के अनुसार जारी किए गए हैं। डीएविवि द्वारा शहीद और सैनिकों के बच्चों के प्रवेश पर फीस में दी राहत को सभी सराह रहे हैं।
अन्य विवि में पड़ेगा असर
राज्य में करीब दो दर्जन सरकारी विवि और 32 निजी विवि चल रहे हैं। डीएविवि के उक्त आदेश से सभी सरकारी और निजी विवि में असर पडेÞगा। वे भी अपने विभागों में प्रवेश देने के लिए शहीद और सैनिकों के बच्चों को राहत देने पर विचार कर रहे हैं।
वहीं उच्च शिक्षा विभाग ने शहीद, पूर्व सैनिक और सैनिकों के बच्चों को कालेजों में प्रवेश देने के लिए विशेष आरक्षण लागू किया है। इसके अलावा राष्ट्रपति का वीरता के लिए पुलिस मैडल और वीरता के लिए पुलिस मेडल हासिल करने वालों के बच्चों को प्रवेश देने के लिए विशेष आरक्षण का इंतजाम किया है। विभाग द्वारा जारी गाइडलाइन में इस संबंध में बिंदु नंबर 12 में जानकारी दी गई है।