ठंडा खाते ही कान में तेज खुजली होना है इस समस्या का लक्षण

कुछ लोगों को ठंडी चीजें खाते ही कान में बहुत तेज खुजली होने की समस्या होती है। ऐसा आमतौर पर उन लोगों के साथ होता है, जिनके गले में रात को सोते समय कफ इकट्ठा होता है। आइए, यहां जानते हैं कि क्या है गले में कफ जमा होने के कारण और क्यों होती है, कुछ ठंडा खाने या पीने के बाद कान में तेज खुजली…

सोते समय गले में कफ का जमा होना
-हमारे कान, नाक और गले की नसें आपस में मिली हुई होती हैं। जिन लोगों की नाक की अंदरूनी हड्डी सामान्य शेप के मुकाबले हल्की टेढ़ी होती है, वे लोग जब सोते हैं तो सोते समय कफ का फ्लो उनके गले की तरफ हो जाता है। इससे रात को कफ गले में इकट्ठा होता रहता है।

-जब ये लोग सुबह जगते हैं तो इन्हें सबसे पहले खांसी के कारण उस कफ को गले से साफ करना होता है। कुछ लोगों को खांसी नहीं आती है लेकिन गले में जमा कफ उन्हें असहज कर देता है। इसलिए सुबह बिस्तर छोड़ते ही उन्हें पहले गला साफ करना पड़ता है।

ठंडा खाते ही कान में तेज खुजली होना
-गले में कफ गिरने की यह समस्या अगर कई साल तक बनी रहे तो इसके कारण कान की नर्व्स में नमी रहने लगती है। इस नमी के चलते कान से जुड़ी नर्व्स में फंगस हो जाती है। फिर जैसे ही पीड़ित व्यक्ति कुछ भी ठंडा खाता या पीता है तो इस फंगस के कारण ही कानों में तेज खुजली होने लगती है। यह इचिंग इतनी तेज होती है कि व्यक्ति असहज हो जाता है।

गर्म पीने पर राहत मिलना
-कान में खुजली से परेशान रहनेवाले लोग यदि गर्म पानी, चाय, कॉफी या सूप जैसी चीजें पीते हैं तो इन्हें बहुत राहत मिलती है। क्योंकि इससे गले और कान की नर्व्स की सिकाई होती है। यदि आपको या आपके परिवार में किसी को इस तरह की दिक्कत है तो सबसे पहले ठंडी चीजें खाना बंद करें और कुछ समय के लिए खट्टी चीजों का सेवन भी कम कर दें।

इस बीमारी की अन्य वजह
-कान में होनेवाली इस तेज खुजली की एक वजह तो हम आपको बता चुके कि जिनकी नाक की बोन में कुछ समस्या होती है, उन्हें यह दिक्कत होती है। दूसरे यह दिक्कत कुछ लोगों में वंशानुगत कारणों से भी देखने को मिलती है।

क्या है इलाज?
-इस समस्या का घरेलू इलाज तो सिर्फ यही कहा जा सकता है कि आप ठंडी और खट्टी चीजों का परहेज करें। बाकि इसका ट्रीटमेंट आप कराने के लिए आप किसी ईएनटी स्पेशलिस्ट के पास जाएं। आपको यह समस्या नाक की हड्डी टेढ़ी होने के कारण है या वंशानुगत कारणों से इसकी सही प्रकार जांच वही कर सकते हैं।

-आमतौर पर इस समस्या को दवाओं द्वारा ठीक किया जा सकता है। जबकि कुछ केसेज में छोटी सर्जरी की भी जरूरत हो सकती है। अगर आप सर्जरी बिल्कुल नहीं कराना चाहते हैं तो दवाओं के जरिए इस समस्या को नियंत्रित करने के बाद आप अपने खान-पान का परहेज करके इस समस्या से बचे रह सकते हैं।

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