टावरों के गैप में फंसी महिला उसी सोसायटी में मेड का काम करती थी, यूं निकाली गई

 
नोएडा 

नोएडा के सेक्टर-76 में स्थित आम्रपाली सिलिकॉन सिटी सोसायटी में मंगलवार सुबह दो टावरों के बीच करीब एक फुट के गैप में जिस महिला का शव बरामद हुआ था, वह उसी सोसायटी में बतौर मेड काम करती थी। 19 साल की इस मेड का शव सड़ी गली हालत में मिला। आशंका है कि युवती की हत्या कर शव को 18वीं मंजिल से केबल के जरिये दोनों टावरों के बीच गैप में डाला गया था। 

केबल टूटने के चलते युवती का शव गिरकर 12वीं मंजिल पर बने स्लैब पर जाकर अटक गया। बदबू आने पर मंगलवार सुबह सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन शव निकालने में सफल नहीं हुई। इसके बाद एनडीआरएफ की टीम ने ढाई घंटे के ऑपरेशन के बाद एक फ्लैट की बालकनी की दीवार काटकर शव को नीचे उतारा। सेक्टर-49 पुलिस मामले की जांच कर रही है। मृतका 18वीं मंजिल पर एक फ्लैट में काम करती थी। 
  
पुलिस के अनुसार, मंगलवार सुबह करीब 7:30 बजे सी टावर में रहने वाले फ्लैट मालिकों ने बदबू आने पर सिक्यॉरिटी को सूचना दी। सी-1207 नंबर फ्लैट में रहने वाले रिटायर्ड अधिकारी जे पी मिश्रा ने बताया कि सिक्यॉरिटी के साथ जब वह 17वीं मंजिल पर छत पर गए, तो उन्हें सी और डी टावर के बीच करीब एक फुट के गैप में एक युवती का शव 12वीं मंजिल पर स्लैब पर पड़ा मिला। सूचना पर करीब 8 बजे पुलिस मौके पर पहुंची। तमाम कोशिशों के बाद भी पुलिस शव को निकाल नहीं पाई। करीब 11 बजे एनडीआरएफ को बुलाया गया। 
 
दोपहर करीब 12:30 बजे एनडीआरएफ की 45 सदस्यीय टीम ने रेस्क्यू का काम शुरू किया। गैप से शव को निकाल पाना किसी भी सूरत में संभव नहीं था, लिहाजा 12वीं मंजिल पर अगल बगल के दोनों फ्लैट में से किसी एक की दीवार काटकर शव को निकालने का प्लान बनाया गया। सी टावर पर रहने वाले आईएएस अधिकारी के मना करने पर डी टावर के 1202 नंबर फ्लैट मालिक से बात की गई। वहां रहने वाली महिला ने दीवार काटने के लिए हां कर दी, लेकिन शर्त रखी कि शव को बालकनी की दीवार काटकर निकाल लिया जाए और वहीं से नीचे उतार दिया जाए। घर के अंदर वह शव को नहीं लाएंगे। "शव को रस्सी से बांधकर निकालने का ही एकमात्र विकल्प था, लेकिन उसके लिए भी दीवार काटने की जरूरत थी। लिखित अनुमति के बाद दीवार काटकर 15 मिनट में शव को नीचे उतार लिया गया।"
-जितेंद्र कुमार यादव, टीम कमांडर, एनडीआरएफ
 
केबल से बंधा था शव 
रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान ही पुलिस डी टावर की 19वीं मंजिल पर छत पर पहुंची, तो वहां पर गेट पर इंटरलॉक लगा मिला। सिक्यॉरिटी से वहां की चाबी मंगवा दरवाजा खुलवाने पर एक पाइप से डिश केबल बंधी हुई मिली, जो सी टावर की तरफ लटकी हुई थी। पहले माना जा रहा था कि शव को सी टावर से गैप के बीच में फेंका गया है, लेकिन इस केबल के मिलने पर पता चला कि युवती तार टूट जाने पर गैप में गिरकर घिसटती हुई स्लैब पर जाकर गिरी है। केबल का टूटा हुआ हिस्सा उसके शव से भी बंधा हुआ मिला है।  
 
मधेपुरा की रहने वाली थी मेड 
डी टावर के 1802 नंबर फ्लैट में रहने वाले जयप्रकाश ने शवगृह में जाकर मृतका की पहचान अपने घर में काम करने वाली 18-19 साल की मेड सोनामुनी के रूप में की। उन्होंने पुलिस को बताया कि मृतका बिहार के कटिहार में उनके गांव के पास मधेपुरा की रहने वाली है। उनके यहां एक साल से काम कर रही थी। अभी पिछले दिनों ही 25 मई को उसे वह साथ लेकर गांव गए थे। वहां से वह 18 जून को ही लौटी थी, लेकिन 28 जून से लापता थी। इसकी सूचना उन्होंने पुलिस को तो नहीं दी, लेकिन उसके घरवालों को दे दी थी। जयप्रकाश इंटीरियर का काम करते हैं। उन्होंने बताया कि सुबह वह गुड़गांव गए हुए थे। 

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत की वजह का पता चल पाएगा। केबल युवती के गले से नहीं, बल्कि शरीर से बंधा हुआ मिला है। बुधवार को शव का पोस्टमॉर्टम करवाया जाएगा। मृतका की पहचान के बाद इसकी सूचना उसके परिजनों को दे दी गई है। 
 

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