झोपड़े में आग लगाकर कूदी महिला, इलाज के तीसरे दिन मौत

मध्य प्रदेश के मुरैना पोरसा इलाके में बीते 18 जून को अतिक्रमण हटाने गई प्रशासनिक टीम के खिलाफ अपने ही झोपड़े में आग लगाकर कूदी महिला की इलाज के दौरान मौत हो गई. इलाज के तीसरे शुक्रवार को राजाबेटी ने ग्वालियर अस्पताल में दम तोड़ दिया. बता दें कि बीते 18 जून को घटना से आक्रोशित लोगों ने पोरसा इलाके में जाम लगा दिया था. साथ ही प्रशासनिक वाहनों की तोड़फोड़ कर जमकर पथराव किया था.

बता दें कि पोरसा के नागाजी धाम की भूमि में अतिक्रमण कर रह रही राजाबेटी जाटव को हटाने जब प्रशासनिक टीम पहुंची तो आक्रोशित राजाबेटी ने खुद के झोपड़े में आग लगा ली और उसमें कूद गई. प्रशासनिक टीम महिला तहसीलदार भूमिजा सक्सेना के नेतृत्व में अतिक्रमण हटाने पहुंची थी.

उचित कार्रवाई का आश्वासन
महिला तहसीलदार और अन्य लोगों ने उसे उस समय रहते तो बचा लिया, लेकिन शुक्रवार को उसकी मौत हो गई. वहीं कलेक्टर ने घटना के बाद उचित इलाज कराने, 50 हजार नकद रुपए देने और आवास देने की बात कही थी, लेकिन सवाल आज भी वही है. जब गरीब भूमिहीन है तो उसे आवास पहले क्यों नहीं दिया गया, क्यों मृतिका को अपनी जान गंवानी पड़ी.

इधर, मामले में कलेक्टर प्रियंका दास ने जांच के बाद उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है.

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