जिम्मेदारियों के निर्वहन करने की रहेगी कोशिश
श्योपुर
राजनीति में लम्बे समय तक कुछ भी स्थित स्थाई न रहने का रिवाज पुराना है। श्योपुर जिला कांग्रेस में दो कार्यकारी जिलाध्यक्ष की नियुक्ति भी कुछ इसी तरह नजरिए से देखी जा रही है, वहीं नवनियुक्त कार्यवाही अध्यक्ष रामलखन गुप्ता का कहना है कि में तो जिलाध्यक्ष का दावेदार था, बावजूद इसके मिली जिम्मेदारी का पूरी निष्ठा एवं सामथ्र्य के साथ निर्वहन करूंगा।
इस कोरोना काल में श्योपुर जिले की शिथिल पड़ी राजनीति गतिविधियों में हलचल होती नजर आ रही है। राज्यसभा का चुनाव होते ही प्रदेश नेतृत्व में श्योपुर जिला कांग्रेस में वरिष्ठ कांग्रसी रामलखन गुप्ता, युवा नेता अंशु शुक्ला को कार्यवाही अध्यक्ष बनाकर श्योपुर में न सिर्फ अपनी दखलअंदाजी जताई, बल्कि पार्टी को जिले में स्तर पर मजदूत करने का इरादा भी जता दिया है। मध्यप्रदेश में 22 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने है। ऐसे में नेतृत्व कांग्रेसी पार्टी में सबकुछ ठीकठाक चल रहा है का संदेश देकर अधिक से अधिक विधानसभा सीटों में अपनी जीत सुनिश्चित करना चाहता है।
नवनियुक्त कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष रामलखन गुप्ता का कहना है कि प्रदेश में नेतृत्व में द्वारा मुझपर जो भरोसा जताया गया है, में उस पर खरा साबित होने की पूरी कोशिश करूंगा, पार्टी के निर्देशों का पालन करने व कराने की दिशा मेंं सबको साथ लेकर काम करना ही हमारा उद्देश्य रहेगा।
दूसरे नवनियुक्त कांग्रेस कार्यवाहक अध्यक्ष अंशु शुक्ला ने कहा कि अपने वरिष्ठ कांग्रेसीजनों एवं साथियों के सहयोग से कांग्रेस की विचारधारा का विस्तार किया जाएगा, साथ ही समय-समय पर वरिष्ठ नेतृत्व के निर्देशों का पालन करता रहूंगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस दल ही नहीं एक विचारधारा है।
श्योपुर जिले में कांग्रेस के दो कार्यकारी अध्यक्ष व चार मण्डल अध्यक्षों की नियुक्तियां कांग्रेस वरिष्ठतम नेता व पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के खेमें से माने जा रहे है। सिंधिया के भाजपा में जाने के बाद श्योपुर जिले में कांग्रेस पार्टी के चाणक्य दिग्विजय सिंह का दबदबा बढ़ता नजर आ रहा है।
तीन दशक तक जिला कांग्रेस में पूर्व केन्द्रीय मंत्री स्व. माधवराव सिंधिया एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का साम्राज्य चला। इस दौरान सिंधिया पिता-पुत्र की मंशा एवं अनुशंसा से ही पार्टी पदाधिकारी और चुनावी गणित तय होती थी। सिंधिया के भाजपा में जाने से हालात बदल गए है।