जानिए कितने पढ़े लिखे है बीजेपी-कांग्रेस के ये प्रत्याशी…

रायपुर 
देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने संविधान सभा में कहा था कि जिन अनपढ़ लोगों ने स्वतंत्रता संग्राम में अपना सब झोंक दिया. शैक्षणिक योग्यता की अनिवार्यता लगाकर उन्हें चुनाव लड़ने के अधिकार से वंचित नहीं रखा जा सकता. यही वजह है कि आम चुनावों में प्रत्याशियों के लिए शिक्षा की अनिवार्यता लागू नहीं की गई. आज देश सत्रहवीं लोकसभा चुनाव के मुहाने पर खड़ा है. राजनीतिक दलों ने अपने अधिकांश प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है. बात अगर छत्तीसगढ़ की करें तो यहां बीजेपी के 11 प्रत्याशियों में सबसे अधिक कांकेर प्रत्याशी मोहन मंडावी, रायपुर के सुनील सोनी पोस्ट ग्रजुएट हैं. तो वहीं बस्तर प्रत्याशी बैदूराम कश्यम सबसे कम 12वीं पढ़े हैं. वहीं कांग्रेस 5 पोस्ट ग्रेजुएट और 3 ग्रेजुएट उम्मीदवार को प्रत्याशी बनाया है..

एक नजर बीजेपी-कांग्रेस प्रत्याशियों की शिक्षा पर
बस्तर लोकसभा-
दीपक बैज (कांग्रेस)- एम.ए.
बैदूराम कश्यप (बीजेपी)- 12वी पास

कांकेर लोकसभा-
बीरेश ठाकुर (कांग्रेस)- एम.ए.
मोहन मंडावी (बीजेपी)- एम.ए.

महासमुंद लोकसभा-
धनेंद्र साहू (कांग्रेस)- हायर सेकेंडरी
चुन्नीलाल साहू (बीजेपी)- बी.एस.सी.

राजनांदगांव लोकसभा-
भोलाराम साहू (कांग्रेस)- आठवीं
सतोष पाण्डेय (बीजेपी)- बीए-एलएलबी

दुर्ग लोकसभा-
प्रतिमा चंद्राकर (कांग्रेस)- 12वीं.
विजय बघेल (बीजेपी)- बी.कॉम.

रायपुर लोकसभा-
प्रमोद दुबे (कांग्रेस)- स्नातक
सुनील सोनी (बीजेपी)- एमकाम

बिलासपुर लोकसभा-
अटल श्रीवास्तव (कांग्रेस)- बी.ई.
अरूण साव (बीजेपी)- एलएलबी,

कोरबा लोकसभा-
ज्योत्सना महंत (कांग्रेस)- एम.एस.सी.
ज्योतिनंद दुबे (बीजेपी)- हायर सेकंडरी

रायगढ़ लोकसभा-
लालजीत सिंह राठिया (कांग्रेस)- स्नातकोत्तर
गोमती साय (बीजेपी)- बीए

जांजगीर-चाम्पा लोकसभा-
रवि भारद्वाज (कांग्रेस)- स्नातक,
गुहाराम अजगले (बीजेपी)- इंजीनियरिंग, एलएलबी

सरगुजा लोकसभा-
खेलसाय सिंह टेकाम (कांग्रेस)- स्नातकोत्तर (अर्थशास्त्र)
रेणुका सिंह (बीजेपी)- स्नातक

अब पूरे मामले में कांग्रेस ने भाजपा पर ही सवाल उठाए है. कांग्रेस प्रवक्ता विकास तिवारी का कहना है कि लोकसभा चुनाव में अगर पढ़ लिखे लोग चुने जाएंगे तो वे अपने क्षेत्र, लोग, युवाओं और आदिवासियों की समस्याओं को और अच्छे तरीके से रख पाएंगे. भाजपा में ये देखा गया है कि मंत्री स्मृती ईरानी और खुद पीएम नरेंद्र मोदी के शिक्षा पर सवाल उठ चुका है. शिक्षा को छिपाना नहीं चाहिए. सबके सामने बताना चाहिए ताकि जनता फैसला कर सके. तो वहीं बीजेपी प्रवक्ता केदारनाथ गुप्ता का कहना है कि निश्चित तौर पर शिक्षा एक बड़ा सवाल है. भाजपा ने जिन्हे भी टिकट दिया है वे पढ़े लिखे है.

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