जल-जीवन-हरियाली मानव श्रृंखला का बनाएं रिकार्ड: सीएम नीतीश

बगहा(प.चं) 
पश्चिम चंपारण के बगहा-दो प्रखंड अंतर्गत चंपापुर गांव में मंगलवार को जल जीवन और हरियाली यात्रा का आरंभ करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस अभियान को लेकर 19 जनवरी को बनने वाली मानव शृंखला का रिकार्ड बनाएं। बिहार के लोगों ने पहले भी शराबबंदी, बाल विवाह एवं दहेज प्रथा के खिलाफ सफल मानव शृंखला बनाकर पूरे देश को संदेश दिया है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले तीन साल में जल-जीवन-हरियाली अभियान का लक्ष्य पूरा करने के लिए 24,500 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इसके तहत राज्य में एक लाख तालाब, आहर एवं पइन को चिन्हित कर अतिक्रमण मुक्त किया जाएगा और तालाबों की उड़ाही की जाएगी। तीन लाख कुओं को अतिक्रमण मुक्त कर जीर्णोद्धार कराया जाएगा। जल संरक्षण के लिए कुआं और चापाकल के पास सोख्ता का निर्माण कराया जाएगा। वर्षा जल संचय की योजनाओं पर काम होगा। उन्होंने कहा कि बिहार में जो योजना सफल होती है, आगे चलकर उसे पूरे देश में लागू किया जाता है। वहीं, अपनी यात्रा को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं कोई भी यात्रा चंपारण से ही शुरू करता हूं। इस बार की खास बात यह है कि यह यात्रा चंपारण के चंपापुर गांव से शुरू हो रही है।

मुख्यमंत्री ने जागरूकता सम्मेलन को संबोधित करते हुए आम लोगों से जल जीवन और हरियाली अभियान को सफल बनाने का आह्वान किया। कहा कि बिहार में 19 करोड़ पौधारोपण हुआ है। इससे हरियाली का आच्छादन नौ से बढ़कर 15 प्रतिशत हो गया है लेकिन इस से काम नहीं चलेगा। उन्होंने कहा कि जल और हरियाली है तभी जीवन सुरक्षित है। मुख्यमंत्री ने सम्मेलन के मंच से रिमोट कंट्रोल द्वारा पश्चिम चंपारण की 38. 81 करोड़ लागत की 98 विकास योजनाओं का उद्घाटन किया और 993.35 करोड़ लागत की 743 विकास योजनाओं का शिलान्यास किया।

फसल अवशेष को जलाएं नहीं बचाएं
मुख्यमंत्री ने जलवायु संरक्षण के लिए फसल चक्र अपनाने पर जोर दिया। कहा कि किसान पराली जैसे फसल अवशेष को जलाएं नहीं, बल्कि इसे बचाएं। फसल अवशेष की प्रोसेसिंग में सहायक कृषि यंत्रों पर 75 प्रतिशत सब्सिडी दी जाएगी। उन्होंने बिजली का दुरुपयोग नहीं करने की सलाह देते हुए उसे बचाने और सौर ऊर्जा अपनाने का आह्वान किया। मुख्यमंत्री ने चंपापुर पहुंचने पर सबसे पहले पड़री तालाब और पास के ही ननदी तालाब के जीर्णोद्धार और पौधरोपण का निरीक्षण करते हुए पूरे राज्य में इसी तरह तालाबों के जीर्णोद्धार का निर्देश दिया। जल संरक्षण पर जोर देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में भूजल स्तर लगातार नीचे जा रहा है। दक्षिण बिहार में तो पहले से भूजल स्तर नीचे चला गया था, अब उत्तर बिहार में भी भूजल स्तर नीचे जा रहा है। दरभंगा जिले में भी भूजल स्तर बहुत नीचे चला गया है।

इन्होंने भी किया संबोधित
जागरूकता सम्मेलन को खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री मदन सहनी, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री खुर्शीद उर्फ फिरोज अहमद, सांसद बैद्यनाथ प्रसाद महतो, विधायक धीरेंद्र प्रताप सिंह उर्फ रिंकू सिंह, भागीरथी देवी, राज सरकार के मुख्य सचिव दीपक कुमार एवं डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने संबोधित किया। तिरहुत प्रमंडल के आयुक्त पंकज कुमार ने अतिथियों का स्वागत किया। इस अवसर पर जल संसाधन विभाग के सचिव संजीव हंस, विधायक विनय बिहारी, पूर्व सांसद कैलाश बैठा भी मौजूद थे।

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