जब सब थक जाते हैं तब मैं अपना खेल खेलता हूं: शमी

नई दिल्ली
टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी की काबिलियत है कि जब टेस्ट की दूसरे पारी में अन्य खिलाड़ी थक जाते हैं तब वह अपने प्रदर्शन के स्तर को ऊपर उठाते हैं और इस भारतीय तेज गेंदबाज ने भी माना कि वह दूसरी पारी में ज्यादा दमदार रहते हैं। शमी का रेकॉर्ड भी इस बात की गवाही देता है कि वह दूसरी पारी में ज्यादा दमदार रहते है। उन्होंने पहली पारी में 32.50 की औसत से 92 विकेट लिए हैं, जबकि दूसरी पारी में महज 21.98 की औसत से 88 विकेट चटकाए हैं।

शमी ने भारतीय विकेटकीपर दीपदास गुप्ता से एक कार्यक्रम में कहा, ‘मैं दूसरी पारी में खेल का इस्तेमाल बहुत होशियारी से करता हूं। जैसे हाल ही में हम विशाखापत्तनम (दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ) में खेले थे, जहां मुझे पांच विकेट मिले, पिच काफी बेजान थी और जरूरी उछाल भी नहीं मिल रहा था।’ दक्षिण अफ्रीका के 2017-18 दौरे पर शमी ने अपने 15 में से 12 विकेट दूसरी पारी में लिए थे।

उन्होंने कहा, ‘आपको परिस्थितियों का चालाकी से उपयोग करने की जरूरत होती है। मैं आमतौर पर दूसरी पारी में ज्यादा जोश मे होता हूं जब दूसरे खिलाड़ी थक जाते हैं।’ उन्होंने कहा, ‘आम तौर पर दूसरी पारी के समय तक हर कोई मैदान पर तीन दिन बिता चुका होता है। मैं डीजल इंजन की तरह हूं जो पेट्रोल इंजन की तुलना में पिक अप लेने में थोड़ा समय लेता है। मैं हर किसी के थकने का इंतजार करता हूं। टेस्ट में आपके पास पांच दिनों का समय होता है, जब सब थक जाते है तब मैं अपना स्तर ऊंचा करता हूं।’

शमी ने कहा कि मौजूदा समय में भारतीय तेज गेंदबाजी इकाई में काफी गहराई है और यह मौजूदा समय में दुनिया की सबसे अच्छी गेंदबाजी टीम है। शमी के अलावा भारतीय टेस्ट टीम में इशांत शर्मा, जसप्रीत बुमराह, उमेश यादव और भुवनेश्वर कुमार जैसे तेज गेंदबाज हैं।

 

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