घरेलू चीजों से बने उबटन से पाएंं फेशियल जैसा ग्‍लो

 

जड़ी बूटियों और खनिज पदार्थों के गुणों से युक्‍त क्‍लींजर को उबटन कहते हैं। उबटन लगाने से स्किन साफ और चमकदार बनती है। जड़ी-बूटियों, मसालों, दालें, अनाज और सूखे मेवे एक साथ मिलकर स्किन को गहराई से साफ कर उसे प्राकृतिक रूप से चमकदार बनाते हैं।
वैसे तो उबटन बनाने की कई रेसिपी हैं लेकिन आज हम आपको स्किन के लिए सबसे ज्‍यादा फायदेमंद नीम और हल्‍दी से उबटन बनाना सिखा रहे हैं। रंगत को निखारने के लिए आप इस उबटन में चंदन और केसर भी डाल सकते हैं।

आयुर्वेदिक उबटन के गुण

    ओटमील में एंटी-इंफ्लामेट्री, एंटीऑक्‍सीडेंट गुण होते हैं। ये सेंसिटिव स्किन के लिए बेहतरीन मॉइस्‍चराइजर के रूप में काम करता है।
    हल्‍दी में एंटी-सेप्टिक और एंटी-इंफ्लामेट्री यौगिक होते हैं जिनमें कफ और पित्त को संतुलित करने के गुण होते हैं। हल्‍दी त्‍वचा को बेदाग और गोरा बनाती है।
    बादाम त्‍वचा को पोषण देते हैं और एक्‍ने को कम करते हैं।
    नीम की पत्तियों में मुहांसों को दूर करने की शक्‍ति होती है। नीम में एंटी-बैक्‍टीरियल गुण होते हैं।
    चंदन प्राकृतिक एस्ट्रिंजेंट का भी काम करता है और रोमछिद्रों में कसाव लाते हैं। चंदन मुहांसों से भी बचा सकता है।
    सौंफ के पाउडर में स्किन से अतिरिक्‍त तेल को निकालने, त्‍वचा की मृत कोशिकाओं को हटाने और धूल-मिट्टी को साफ करने का गुण होता है। ये झुर्रियों से लड़ने में भी मदद करता है।
    बेसन में विटामिन ए, बी और सी होता है जो रंगत को निखारने के साथ-साथ पिगमेंटेशन को भी कम करता है।

बॉडी के लिए आयुर्वेदिक उबटन

    आठ से नौ बादाम लें और उन्‍हें रातभर भीगने के लिए रख दें। सुबह बादाम का छिलका उतार कर उन्‍हें पीस लें और पाउडर के रूप में तैयार कर लें। अब इसमें एक कप बेसन और आधा कप ओटमील डालें।
    इस मिश्रण में एक छोटी चम्‍मच नीम का पाउडर, एक चुटकी हल्‍दी और आधा चम्‍मच सौंफ का पाउडर डालें। एक चम्‍मच गुलाब जल डालकर सभी चीजों को अच्‍छी तरह से मिक्‍स कर लें।
    अब इस उबटन को पूरे शरीर पर लगाएं और सूखने पर गुनगुने पानी से धो लें। रूखी त्‍वचा के लिए इसमें दो चम्‍मच दूध भी मिला सकते हैं।

चेहरे के लिए आयुर्वेदिक उबटन

    अगर आप अपने चेहरे की रंगत को निखारना और ग्‍लो पाना चाहती हैं तो एक कटोरी लें और उसमें एक चम्‍मच चंदन पाउडर, एक चम्‍मच ओटमील और तीन चम्‍मच बेसन डालकर मिक्‍स कर लें।
    अब इसमें आधा चम्‍मच नीम का पाउडर, आधा चम्‍मच सौंफ का पाउडर और एक चम्‍मच हल्‍दी डालें।
    रातभर भीगे हुए बादामों का छिलका उतारने के बाद उन्‍हें पीसकर जो पाउडर तैयार किया था, उन्‍हें भी इस पेस्‍ट में डाल दें।
    इसके बाद इसमें इतना पानी डालें कि गाढ़ा पेस्‍ट बन जाए। तैलीय त्‍वचा के लिए एक चम्‍मच गुलाब जल और रूखी त्‍वचा के लिए एक चम्‍मच दूध या दही का इस्‍तेमाल कर सकते हैं।

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