ग्रामीण कारीगरों को हुनरमंद बनाकर ऋण सहायता दिलवायें : मंत्री यादव
भोपाल
कुटीर एवं ग्रामोद्योग, नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री हर्ष यादव ने कहा कि ग्रामीण कारीगरों को हुनरमंद बनाकर उन्हें ऋण सहायता मुहैया कराने की दिशा में ठोस कदम उठाये जायें। उन्होंने मंत्रालय कक्ष में हुई बैठक में बैंक स्तर पर स्व-रोजगार प्रकरणों का शीघ्र निराकरण सुनिश्चित कर वास्तविक हितग्राहियों को आवश्यक सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। यादव ने कहा कि विशेष रूप से उन हितग्राहियों को बैंकों से आवश्यक ऋण सहायता तत्परतापूर्वक उपलब्ध कराई जाये, जो अपने हुनर में दक्ष हो चुके हैं।
बैठक के दौरान मंत्री यादव ने राज्य में मलबरी ककून उत्पादन, रेशम धागा निर्माण, सिल्क फेडरेशन के कार्यों, हस्तशिल्पियों को उत्पाद की ब्राण्डिंग में सहयोग, बुनकरों को ऋण सहायता, खादी उत्पाद विक्रय में छूट दिये जाने के प्रावधान तथा विंध्यावैली उत्पादों का विक्रय बढ़ाने के संबंध में अधिकारियों से चर्चा की। श्री यादव ने विभागीय गतिविधियों में तेजी लाने की ताकीद की।
बैठक के दौरान एकीकृत क्लस्टर विकास कार्यक्रम के तहत 18 क्लस्टर्स में इस वर्ष 600 हितग्राहियों को लाभान्वित करने की योजना के बारे में बताया गया। बैठक में जानकारी दी गई कि प्रदेश में इस वर्ष क्लस्टर विकास कार्यक्रम में करीब 5 करोड़ रुपये के व्यय से डायग्लोस्टिक स्टडी, कौशल विकास, विपणन सहायता, उत्पाद विकास और वित्तीय सहायता के कार्य किये जायेंगे। बैठक में प्रमुख सचिव कुटीर एवं ग्रामोद्योग मो. सुलेमान भी उपस्थित थे।