गुंडों को पकड़ने में पुलिस की इस तरह मदद करेगी ‘भोपाल की आंख’

भोपाल
मध्यप्रदेश पुलिस (madhya pradesh police) अब अपराधियों (criminals) को हाईटैक तरीके से पकड़ेगी. उसने भोपाल आई ऐप लॉन्च कर (bhopal I app) दिया है. शहर में लगे सीसीटीवी कैमरों (cctv camera) को इससे कनेक्ट कर पुलिस (police) अब उसके ज़रिए गुंडे-बदमाशों पर नज़र रखेगी. अपनी इस नयी मुहिम में वो निजी घरों में लगे कैमरे भी शामिल कर रही है.

कानून-व्यवस्था मज़बूत करने के लिए भोपाल पुलिस ने हाईटैक कदम उठाया है. उसने भोपाल आई नाम से ऐप लॉन्च किया है. इसके ज़रिए वो पुलिस मुख्यालय में पूरे शहर पर निगरानी रखेगी.अभी तक पुलिस शहर के मुख्य चौराहों, तिराहों और अन्य जगह लगे सरकारी सीसीटीवी कैमरों से निगरानी रखती थी.ये निगरानी एक सीमा तक ही रहती थी.लेकिन अब पुलिस ने प्राइवेट सीसीटीवी कैमरों के जरिए शहर के हर कौने पर नजर रखना शुरू कर दिया है.

पुलिस ने ऑनलाइन प्लेटफॉर्म तैयार किया है.भोपाल आई ऐप के ज़रिए कोई भी व्यक्ति अपने घर, संस्थान, प्रतिष्ठान, होटल, लॉज या किसी भी बिल्डिंग के बाहरी हिस्से में लगे सीसीटीवी कैमरों को पुलिस के सर्विलांस सिस्टम से कनेक्ट कर सकता है.सर्विलांस सिस्टम से जुड़ने के बाद पुलिस कंट्रोल रूम से उस जगह की गतिविधियों की निगरानी करेगी.कई लोग इस सिस्टम से जुड़ना भी शुरू हो गए हैं.

भोपाल आई ऐप को यूजर, गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकेंगे.ऐप में अपना नाम, पता, मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी रजिस्टर्ड करना होगा. उसके बाद मोबाइल नंबर पर ओटीपी आएगा.इस ओटीपी को दर्ज करने के बाद एक ऑप्शन खुलेगा, जिसमें यूजर को अपने घर या दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरों के आईपी एड्रेस की डिटेल अपलोड करनी होगी.यह प्रोसेस करने के बाद जीओ ट्रैकिंग के माध्यम से यूजर की लोकेशन पुलिस के सर्विलांस सिस्टम को मिल जाएगी और वहां से पुलिस यूजर के घर की लाइव निगरानी कर सकेगी.
 
ज़ाहिर है पुलिस की ये व्यवस्था अपराधियों पर लगातार नज़र रखने के लिए है. सीसीटीवी कैमरे से मिलने वाले फुटेज के ज़रिए उसे घटना और अपारधियों के बारे में पूरी डीटेल मिल जाएगी. इससे अपराधियों की पहचान आसान होगी. आम जनता में सुरक्षा और अपराधियों में डर पैदा होगा.

पुलिस ने अपनी इस नयी मुहिम में लोगों से सहयोग की अपील की है. उन्होंने जनता से कहा है कि वो अपने घर, व्यावसायिक भवनों/प्रतिष्ठानों में अच्छी क्वालिटी के नाइट विज़न कैमरे लगवाएं. सीसीटीवी कैमरे इस तरह से लगवाएं कि बाहर का इलाका भी कवर हो जाए. सीसीटीवी कैमरे में क़ैद 3 महीने का फुटेज डिलीट ना करें.समय-समय सीसीटीवी कैमरे चैक करते रहें और आवश्यकतानुसार सुरक्षा गार्ड अवश्य रखें.

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