गलवान में चीन के दावे का क्या जवाब है, क्या सरकार इसे खारिज करेगी?:चिदंबरम
नई दिल्ली
कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने का कि वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) मुद्दे पर प्रधानमंत्री की टिप्पणियों से असल में हर कोई चकित एवं हतप्रभ है। चिदंबरम ने कहा कि सर्वदलीय बैठक में, पीएम ने कहा, "कोई बाहरी व्यक्ति लद्दाख में भारतीय क्षेत्र के अंदर नहीं था।" यह स्पष्ट है कि पीएम का बयान सेना प्रमुख, रक्षा मंत्री और विदेश मंत्री द्वारा दिए गए पहले के बयानों का खंडन करता है। उन्होंने कहा कि यदि किसी चीनी सैनिक एलएसी पार नहीं की, तो 5-6 मई को 'फेस-ऑफ' क्या था? 5 मई और 6 जून को क्या मुद्दा था जिस पर भारतीय कमांडर अपने चीनी समकक्षो से बात कर रहे थे? भारत और चीन के कोर कमांडर के बीच वार्ता के विषय क्या था?। गलवान घाटी में चीन के दावे के लिए सरकार का क्या जवाब है, क्या सरकार इसे खारिज कर देगी? बता दें कि शुक्रवार को सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजनीतिक दलों से कहा था कि, 'आज हमारे पास यह क्षमता है कि कोई भी हमारी जमीन के एक इंच हिस्से को भी नहीं ले सकता है। भारत की सशस्त्र सेना एक बार में कई क्षेत्रों में जाने की क्षमता रखती है।' पीएम मोदी ने राजनीतिक दलों से कहा, 'न तो चीन ने हमारी सीमा में घुसपैठ की है और न ही कोई पोस्ट बनाया गया है। हमारे 20 जवान शहीद हो गए, लेकिन जिन लोगों ने भारत माता को याद किया, उन्हें सबक सिखाया गया। उन्होंने कहा कि हमारी सेनाओं ने देश की रक्षा के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी है। तैनाती हो, कार्रवाई या जवाबी कार्रवाई हो, जल-थल-नभ में हमारी सेनाओं ने देश की रक्षा के लिए जो करना है, वह कर रहे हैं।
सुरक्षा व्यवस्थाओं पर ध्यान
प्रधानमंत्री ने कहा, बीते वर्षों में देश ने सीमाओं को सुरक्षित करने के लिए सीमा क्षेत्र में आधारभूत ढांचे को मजबूत किया है। हमारी सेनाओं की दूसरी आवश्यकताओं, जैसे फाइटर प्लेन, आधुनिक हेलीकॉप्टर, मिसाइल डिफेंस सिस्टम आदि पर भी हमने बल दिया है।