खाद्य सुरक्षा अधिकारिओं का ध्यान दूध, पनीर, मावा पर, अन्य खाद्य सामग्रियों में मिलावट करने वालों के मजे

भोपाल
राजधानी में बीते एक महीने से दूध आौर दूध से बने उत्पादों की जांच तेजी से की जा रही है। खाद्य सुरक्षा अधिकारी आला अफसरों के निर्देश पर जिले में दूध, पनीर, मावा और दूध से बने उत्पादों पर ही छापेमार कार्रवाई कर रहे हैं। इससे दूसरे खाद्य सामग्रियों में मिलावट करने वालों के मजे हो गए हैं। शहर में मिलावटी मसालों का गोरखधंधा भी तेजी से फल-फूल रहा है।

छह महीने पहले खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने करीब आधा दर्जन मसालों के सैंपल लिए थे। इसमें से कई अमानक और मिथ्यापूर्ण पाए गए थे। इसके बाद से इन पर सख्ती नहीं की गई। अब जांच नहीं होने के कारण मसालों में मिलावट करने वालों के हौंसले बुलंद हैं और वे शहरवासियों को सही मसालों में अनेक चीजें मिलाकर बेच रहे हैं और जांच नहीं होने के कारण उनका धंधा खूब फलफूल रहा है।

काली मिर्च में पपीते के बीजों को काले रंग में रंगकर मिला दिया जाता है। इससे काली मिर्च की मिलावट दिख ही नहीं पाती है। इसे परखने के लिए उसे पानी में डालें। उसमें पपीते के बीज होंगे, तो वो ऊपर तैरेंगे। जबकि असली काली मिर्च भारी होने के कारण नीचे बैठ जाएगी।

गरम मसालों में प्रयोग होने वाली दालचीनी भी कई बार मिलावटी होती है। लेकिन इसमें आसानी से फर्क कर पाना मुश्किल है। दालचीनी में मिलावट के तौर पर अमरूद की छाल मिलाते हैं। इसे हाथ पर रगड़कर देखें, अगर इसका रंग नजर आए, तो यह असली है अन्यथा नकली।  

बाजार में मिलने वाला हल्दी पाउडर भी मिलावटी हो सकता है। इसमें मौजूद रसायन से कैंसर हो सकता है। इसे परखने के लिए हल्दी पाउडर में सामान मात्रा में हाइड्रोक्लोरिक एसिड और पानी की बूंदें डालकर देखें। हल्दी का रंग गुलाबी या बैंगनी होने पर स्पष्ट हो जाएगा कि वह मिलावटी है।

लाल मिर्च में ईंट का बारीक चूरा-गेरु मिलाया जाता है। इससे लाल मिर्च का पाउडर लाल दिखने लगता है। इसकी जांच के लिए मिर्च पाउडर को पानी में डालकर देखें। अगर लाल मिर्च पाउडर पानी में तैरता नजर आए, तो वह शुद्ध है, लेकिन नीचे बैठ जाए तो जान लें कि वह मिलावटी है। साथ ही इसमें आर्टिफिशियल कलर होगा, तो कांच के ग्लास में पानी भरकर डालें, तेजी से नीचे बैठने लगेगा।

खुली की चाय पत्ती में मिलावट करना बहुत आसान हैं। इसे जांचने के लिए सफेद कागज पर कुछ चाय की पत्ती रखकर उसे पेपर से रगड़ें। अगर पेपर पर रंग आए, तो इसका अर्थ है उसकी पत्तियों पर रंग मिलाया गया है। गीले फिल्टर पेपर पर चाय पत्ती छिड़कने के फौरन बाद उसमें गुलाबी, लाल रंग का दाग नजर आना भी मिलावट की निशानी है।

शक्कर में सबसे ज्यादा चाक पाउडर मिलाया जाता है। इसकी जांच के लिए दो चम्मच चीनी एक गिलास पानी में डालें और बिना हिलाए किसी स्थान पर दो-चार मिनट के लिए रख दें। अगर गिलास के नीचे कुछ बैठा हुआ, मिले तो जान लें कि उसमें चाक पाउडर की मिलावट है।

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