खट्टर कैबिनेट का विस्तार आज, मंत्रिमंडल में इनको मिल सकती है जगह

 
चंडीगढ़ 

हरियाणा में मनोहर लाल खट्टर के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के 17 दिन बाद गुरुवार को कैबिनेट का विस्तार होगा. कैबिनेट विस्तार गुरुवार दोपहर को होने की उम्मीद है. हालांकि, कैबिनेट में कौन-कौन होगा इसपर सस्पेंस बना हुआ है. सभी की निगाहें हरियाणा राजभवन पर हैं, जहां औपचारिक शपथ ग्रहण समारोह होगा.

राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य कैबिनेट मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के करीबी सूत्रों का कहना है कि मंत्रियों के नाम अमित शाह, जगत प्रकाश नड्डा और सीएम मनोहर लाल खट्टर के बीच आयोजित एक उच्च स्तरीय बैठक में तय किए गए हैं. खट्टर ने जेजेपी के प्रमुख और राज्य के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के साथ भी कैबिनेट विस्तार पर चर्चा की.

दबाव बनाने में सफल रही जेजेपी?

इससे पहले जेजेपी को बीजेपी पर दबाव बनाने में बड़ी कामयाबी मिली है और हरियाणा सरकार ने नोटिफिकेशन जारी कर 11 अहम मंत्रालय जेजेपी के अध्यक्ष और सरकार में उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला को दे दिए हैं. जिस तरह से कैबिनेट विस्तार और शपथ ग्रहण समारोह से ठीक एक दिन पहले ये नोटिफिकेशन जारी कर 11 अहम मंत्रालय दुष्यंत चौटाला को दिए गए हैं, उससे साफ है कि मंत्रालयों के बंटवारे में दुष्यंत चौटाला दबाव बनाने में कामयाब रहे हैं.

दिवाली के दिन हरियाणा में सरकार के गठन के दौरान सिर्फ मुख्यमंत्री के पद पर मनोहर लाल खट्टर और उपमुख्यमंत्री के पद पर दुष्यंत चौटाला ने शपथ ली थी. उसके बाद से ही कैबिनेट का विस्तार रुका हुआ था. इतने दिनों तक बीजेपी और जेजेपी में अहम मंत्रालयों को लेकर खींचतान चलती रही. हरियाणा सरकार के सूत्रों के मुताबिक गुरुवार को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह के बाद एक बार फिर से नए बने मंत्रियों को अलग-अलग मंत्रालय अलॉट किए जाएंगे और मंत्रालयों की रिशफलिंग हो सकती है. 

हरियाणा कैबिनेट में हरियाणा की 10 लोकसभा सीटों की नुमाइंदगी करने वाले अलग-अलग विधायकों को कैबिनेट में जगह मिल सकती है. इसके साथ ही जातीय समीकरणों का भी ध्यान रखा जाएगा. गठबंधन सरकार में पहले से ही मुख्यमंत्री का पद बीजेपी के पास और उपमुख्यमंत्री का पद जेजेपी के पास है.

सूत्रों के मुताबिक, गठबंधन की शर्तों को देखते हुए कैबिनेट की बाकी जगहों पर अब जेजेपी को दो मंत्री पद और दिए जाएंगे और बाकी के मंत्री पद बीजेपी के पास रहेंगे. मंत्रिमंडल में सभी लोकसभा क्षेत्रों को प्रतिनिधित्व मिल सकता है.

ये हैं संभावित मंत्रियों के नाम

अंबाला लोकसभा- वरिष्ठता के हिसाब से अनिल विज, गुर्जर समुदाय और वरिष्ठता के हिसाब से कंवरपाल गुर्जर (दोनों बीजेपी से)

कुरुक्षेत्र लोकसभा – जाट समुदाय से कमलेश ढांडा (बीजेपी), पिछड़ी जाति से ईश्वर सिंह (जेजेपी)

गुरुग्राम लोकसभा – पिछड़ी जाति और वरिष्ठता के हिसाब से डॉ बनवारी लाल (बीजेपी) और युवा चेहरे के तौर पर संजय सिंह (बीजेपी)

भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा – अति पिछड़ा वर्ग से बिशम्बर वाल्मीकि (बीजेपी), यादव समुदाय से अभय यादव (बीजेपी)

फरीदाबाद लोकसभा – वैश्य समुदाय से दीपक मंगला (बीजेपी)

हिसार लोकसभा – ब्राह्मण समुदाय और वरिष्ठता के हिसाब से रामकुमार गौतम (जेजेपी), अति पिछड़ा समुदाय से अनूप धानक (जेजेपी)

रोहतक लोकसभा – जाट समुदाय से बलराज कुंडू (निर्दलीय)

सिरसा लोकसभा – सरकार को समर्थन देने वाले पहले निर्दलीय और वरिष्ठता के हिसाब से रणजीत सिंह (निर्दलीय)

करनाल और सोनीपत लोकसभा से खुद मुख्यमंत्री (बीजेपी) और उपमुख्यमंत्री (जेजेपी) पहले से ही सरकार में कर रहे हैं प्रतिनिधित्व

पंजाबी समुदाय से सीमा त्रिखा को डिप्टी स्पीकर बनाया जा सकता है. वैश्य समाज और वरिष्ठता के हिसाब से कमल गुप्ता पार्टी के चीफ व्हिप (राज्य मंत्री का दर्जा) हो सकते हैं.

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