खजराना गणेश मंदिर में मंत्री के भतीजे ने काटा केक, विवाद

इंदौर
 मध्‍य प्रदेश के इंदौर में कांग्रेस नेताओं की दादागीरी लगातार जारी है. पिस्टल लेकर लड़की के घर में घुसकर धमकी देने का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि प्रदेश सरकार के पीडब्ल्यूडी मंत्री सज्जन सिंह वर्मा के भतीजे की दबंगई सामने आ गई. उसने खजराना गणेश मंदिर के गर्भ गृह में रोक के बावजूद केक काटा. इस मामले में जहां कमिश्नर ने जांच के आदेश दे दिए हैं, तो वहीं बीजेपी ने एफआईआर दर्ज करने की मांग की है.

रिंकू वर्मा की दबंगई
इंदौर के कांग्रेसी नेताओं पर सत्ता का नशा सिर चढ़कर बोल रहा है. कांग्रेस नेताओं के घर में घुसकर धमकाने की घटना के बाद अब पीडब्ल्यूडी मंत्री सज्जन सिंह वर्मा के भतीजे रिंकू वर्मा की दबंगई सामने आई है. रिंकू वर्मा ने भगवान गणेश की शयन आरती के बाद गर्भ गृह में केक काटा. वे मंदिर में भीड़ को लेकर सीधे गर्भ गृह में जा पहुंचे और उन्होंने गणेश जी का जन्मदिन एक बड़ा केक काटकर मनाया. केक काटकर हैप्पी बर्थडे टू यू गणेश जी का जय घोष भी किया. जबकि केक काटना पाश्चात्य संस्कृति का हिस्सा है और हिन्दू संस्कृति इसकी अनुमति नहीं देती. जबकि गर्भ गृह में तो केक काटने की अनुमति ही नहीं है, लेकिन कांग्रेसियों पर सत्ता का नशा ऐसा चढ़ा की उन्होंने भगवान को ही पाश्चात्य संस्कृति के रंग में रंग दिया.

पीडब्ल्यूडी मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कही ये बात

हद तो तब हो गई जब पीडब्ल्यूडी मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने अपने भतीजे की करतूत को सही ठहरा दिया.

उन्‍होंने कहा,'केक काटकर कौन सा गुनाह कर दिया. भगवान गणेश तो हर जगह हैं,जर्रे जर्रे में हैं. ऐसे में बीजेपी के लोग खाना खाना बंद कर दें.'

विश्व प्रसिद्ध खजराना गणेश मंदिर के गर्भ गृह में केक काटने को बीजेपी ने हिन्दू संस्कृति के खिलाफ बताया है.

बीजेपी ने किया पलटवार
विश्व प्रसिद्ध खजराना गणेश मंदिर के गर्भ गृह में केक काटने को बीजेपी ने हिन्दू संस्कृति के खिलाफ बताया है. बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता उमेश शर्मा ने कहा कि केक काटना क्रिश्चियन संस्कृति का हिस्सा है, लेकिन कांग्रेस नेताओं ने हिन्दू संस्कृति के खिलाफ जाकर सत्ता की हनक में गर्भ गृह में केक काटकर करोड़ों हिन्दुओं की आस्था को चोट पहुंचाई है. इस मामले में कलेक्टर जो मंदिर के संरक्षक हैं उन्हें तत्काल एफआईआर दर्ज करानी चाहिए,क्योंकि ये आस्था से खिलवाड़ का भी मामला है.

कमिश्नर ने दिए जांच के आदेश
उधर इस मामले की गंभीरता को देखते हुए नगर निगम कमिश्नर आशीष सिंह ने जांच के आदेश दे दिए हैं, क्योंकि वो मंदिर के प्रशासक भी हैं. जबकि उन्होने मंदिर के प्रबंधक और पुजारी दोनों से जबाव तलब किया है. बहरहाल, जब गर्भ गृह में केक काटा जा रहा था उस समय मंदिर में पुजारी से लेकर सुरक्षाकर्मी तक मौजूद थे, लेकिन वो लाचार नजर आए. क्योंकि मामला मंत्री से जुडा़ होने के कारण किसी ने भी उन्हें रोकने की कोशिश नहीं की. जबकि कल गणेश चतुर्थी के दिन हजारों श्रृद्धालु दर्शन के लिए मंदिर पहुंचे थे, लेकिन वो बाहर खड़े होकर परेशान होते रहे.

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